जंगल की कहानी: चोर की दाढ़ी में तिनका
एक घने जंगल में सभी जानवर मिलजुल कर रहते थे। एक दिन, जंगल के राजा शेर सिंह ने घोषणा की कि अगले पूर्णिमा की रात को एक भव्य उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें सभी जानवर अपनी-अपनी पसंदीदा वस्तुएं लाकर साझा करेंगे।
एक घने जंगल में सभी जानवर मिलजुल कर रहते थे। एक दिन, जंगल के राजा शेर सिंह ने घोषणा की कि अगले पूर्णिमा की रात को एक भव्य उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें सभी जानवर अपनी-अपनी पसंदीदा वस्तुएं लाकर साझा करेंगे।
एक वक्त की बात है एक बूढ़ा गधा जो अपने मालिक का सामान ढोता था। एक रात उसे अपनी मर्जी से घूमने का मौका मिला और वो निकल पड़ा। उसे रास्ते में एक सियार मिला और वे दोनों खाने की तलाश में निकल पड़े।
बहुत समय पहले की बात है। एक हरे-भरे जंगल में नागराज नामक एक सर्प रहता था। नागराज बहुत शक्तिशाली और बुद्धिमान था। उसने अपनी सुरक्षा के लिए जंगल के एक कोने में एक पहाड़ी के नीचे गहरा बिल बना रखा था।
एक घने जंगल में रानी कोयल रहती थी, जिसकी मीठी आवाज़ पूरे जंगल में गूंजती थी। लेकिन, रानी कोयल अपने काले रंग को लेकर हमेशा दुखी रहती। वह अक्सर सोचती, "काश, मेरे पंख भी बुलबुल की तरह रंगीन होते, तो मैं भी सुंदर दिखती।
एक घने जंगल में मोती नाम का एक बंदर रहता था। मोती बहुत चालाक और फुर्तीला था, लेकिन उसमें एक खामी थी—लालच। उसके लालच की वजह से जंगल के बाकी जानवर उससे दूर रहते थे।
एक बार की बात है, जंगल में तीन बैल रहते थे। वे बहुत अच्छे दोस्त थे और हमेशा साथ रहते थे। जहां भी जाते, साथ में चरते, खेलते, और एक-दूसरे का ध्यान रखते। उनकी एकता और दोस्ती इतनी गहरी थी
इस कहानी (Everyone has their own habits) एक भला आदमी रोज़ बिल्लियों को रोटियां देता था, लेकिन उनकी लड़ाई के कारण बंदर रोटियां ले जाते। उन्हें सबक सिखाने के लिए उसने बंदरों को रोटियां देना शुरू किया।