Papita Ram E-Comics: पपीता राम और भेलपुरी वाला
पपीता राम खाने के शौक़ीन तो हैं ही, साथ ही अगर कोई नयी दुकान खुले तो वो उसके यहाँ का हर एक आइटम ज़रूर चखते हैं। एक दिन पपीता राम के घर के पास मार्किट में एक नयी भेल पूरी की दुकान खुली।
पपीता राम खाने के शौक़ीन तो हैं ही, साथ ही अगर कोई नयी दुकान खुले तो वो उसके यहाँ का हर एक आइटम ज़रूर चखते हैं। एक दिन पपीता राम के घर के पास मार्किट में एक नयी भेल पूरी की दुकान खुली।
अभी कुछ दिन पहले ही भारत कोरोना के प्रकोप से बाहर आया था, मगर ये बात मिस्टर वायरस को बिलकुल भी पसंद नहीं आयी थी। उसने भारत में कोरोना ख़तम होते ही लेबोरेटरी में एक और नया आविष्कार करने में लग गया था।
एक दिन नटखट नीटू अपने दोस्तों के साथ पार्क में घूम रहा था, तभी नीटू बोलता है की चलो अब गर्मी से राहत मिलेगी वो देखो काले बादल आ रहे हैं। तभी टीटा बोलता है की नीटू बादल कुछ ज्यादा ही काले नज़र आ रहे हैं।
एक दिन टीटा और डोगो दोनों आपस में बातें कर रहे थे, टीटा बोल रहा था की मैं अपने स्कूल में 100 मीटर रेस में फर्स्ट आया हूँ मैं बहुत तेज़ दौड़ सकता हूँ। इसपर डोगो बोलता है की टीटा ऐसा नहीं है मैं तुमसे भी तेज़ दौड़ सकता हूँ।
एक दिन मोटू बाजार से घर लौट रहा था, तभी रास्ते में कुछ बच्चे उसकी नक़ल करने लगते हैं। यह देखकर मोटू उदास हो जाता है उसको लगता है की वे बच्चे उसका मज़ाक उड़ा रहे हैं। यही सोचते सोचते वो घर की तरफ चलता है।
पिछली गर्मियों की बात है मोटू पतलू अपने गार्डन में टहल रहे थे, तभी उन्हें चाचा खोटु मल आते हुए दिखाई दिए। दोनों चाचा को आते देख खुश हो गए, जैसे ही चाचा जी उनके पास पहुंचे वे बोलने लगे की भतीजों बहुत जी लिया गृहस्थ जीवन।
संडे का दिन था नटखट नीटू अपने दोस्तों के साथ मछली पकड़ने का प्लान बनाता है। रास्ते में जाते वक़्त टीटा नीटू से पूछता है की हम लोग मछली पकड़ने कहाँ जा रहे हैं?