बाल कविता : जागो उठो
बच्चों, हर सुबह हमारे लिए एक नई शुरुआत लेकर आती है। जब मुर्गा बांग देता है, सूरज की लालिमा आसमान में फैलती है और पक्षी चहचहाने लगते हैं, तो यह हमें जगाने और दिन की नई ऊर्जा देने का संदेश होता है।
बच्चों, हर सुबह हमारे लिए एक नई शुरुआत लेकर आती है। जब मुर्गा बांग देता है, सूरज की लालिमा आसमान में फैलती है और पक्षी चहचहाने लगते हैं, तो यह हमें जगाने और दिन की नई ऊर्जा देने का संदेश होता है।
Web Stories: आज़ादी (Independence) का मतलब है – अपने फैसले खुद लेने की आज़ादी, बिना किसी दूसरे देश या ताकत के दबाव में आए। भारत ने 15 अगस्त 1947 को लंबी संघर्ष यात्रा
आज़ादी (Independence) का मतलब है – अपने फैसले खुद लेने की आज़ादी, बिना किसी दूसरे देश या ताकत के दबाव में आए। भारत ने 15 अगस्त 1947 को लंबी संघर्ष यात्रा के बाद अंग्रेज़ों (Britishers) की गुलामी से आज़ादी पाई।
बंदर: बारिश का मौसम हो और पेड़ों की डालियों पर पानी की बूंदें टपक रही हों, तो जंगल के हर जीव अपने-अपने घर में आराम से बैठकर मौसम का मज़ा लेते हैं। लेकिन इस कहानी का बंदर थोड़ा अलग है। बारिश शुरू होते ही वह
बाल कविता -कोयल:- वसंत ऋतु का मौसम हो और पेड़ों पर नए-नए पत्ते खिलें, तो जंगल और बग़ीचों में एक खास आवाज़ गूंजने लगती है – कूऊ-कूऊ। यह होती है कोयल की मधुर पुकार। काले रंग की यह नन्हीं सी चिड़िया हरे पत्तों में छुपकर
काले मेघा पानी दे: एक मनोरंजक कविता- प्रकृति की सुंदरता और बच्चों की जिज्ञासा को एक साथ पिरोती हुई, "काले मेघा पानी दे" एक ऐसी कविता है जो छोटे-छोटे बच्चों के दिलों में खुशी और उत्साह भर देती है।
समय हमारे जीवन का सबसे अनमोल संसाधन है। हम सब दिन-रात उसकी गति के अनुसार चलते हैं, लेकिन क्या कभी हमने उस घड़ी से संवाद किया है, जो हर पल टिक-टिक कर के हमें कुछ न कुछ सिखा रही होती है?