आनंदपुर का साहसी हीरो
आनंदपुर, एक हरा-भरा और खुशहाल शहर था, जहां लोग सुख-शांति के साथ रहते थे। इसी शहर में वीरू नाम का एक साहसी और मददगार लड़का था, जिसे सभी लोग पसंद करते थे।
आनंदपुर, एक हरा-भरा और खुशहाल शहर था, जहां लोग सुख-शांति के साथ रहते थे। इसी शहर में वीरू नाम का एक साहसी और मददगार लड़का था, जिसे सभी लोग पसंद करते थे।
एक गाँव में मीनू नाम की एक प्यारी सी लड़की रहती थी। वह बहुत होशियार थी, लेकिन कभी-कभी अपनी शरारतों में कुछ गलतियां कर बैठती थी। उसके माता-पिता, सुमन और राजेश, उसे बहुत प्यार करते थे।
एक गाँव में संतोष जी और उनकी धर्मपत्नी का परिवार रहता था। संतोष जी सरकारी बैंक में मैनेजर थे और उनकी पत्नी धार्मिक विचारों की थीं। उनके चार बेटे थे। संतोष जी ने हमेशा आधुनिक शिक्षा को प्राथमिकता दी और चाहते थे
Web Stories एक शहर में रोज़ी नाम की एक प्यारी लड़की रहती थी। क्रिसमस के दिन की तैयारियाँ जोरों पर थीं। विद्यालय से लौटते ही, रोज़ी ने सोफे पर अपना बस्ता फेंका और फ़ोन
एक शहर में रोज़ी नाम की एक प्यारी लड़की रहती थी। क्रिसमस के दिन की तैयारियाँ जोरों पर थीं। विद्यालय से लौटते ही, रोज़ी ने सोफे पर अपना बस्ता फेंका और फ़ोन मिलाना शुरू कर दिया।
गाँव के स्कूल में गणतंत्र दिवस (Republic Day) की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही थीं। बच्चे तिरंगे से सजे मंच पर अपनी प्रस्तुतियाँ देने के लिए उत्साहित थे। हर साल की तरह इस बार भी स्कूल में परेड, देशभक्ति गीत और नाटकों का आयोजन होना था।
गाँव के एक छोटे से कोने में रहने वाला किशोर अर्जुन, हमेशा से बड़े सपने देखने वाला था। वह एक गरीब किसान का बेटा था, जिसके पास सीमित संसाधन थे। खेतों में काम करना और अपने पिता के साथ दिन-रात मेहनत करना उसकी दिनचर्या थी।