हिंदी प्रेरक कहानी: अत्याचार का प्रतीक
Web Stories: करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत
Web Stories: करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत
Web Stories: बिहार के एक युवा, गर्वित ज़मींदार थे जिनकी उम्र उन्नीस साल हो चुकी थी, लेकिन उन्होंने अभी तक पढ़ाई-लिखाई का महत्त्व नहीं समझा था। उन्हें लगता था कि
Web Stories: बहादुर सिंह गाँव के संपन्न किसानों में से एक थे। भरा पूरा घर था, किसी चीज़ की कमी ना थी। कमी थी तो बस एक चीज की, भगवान ने जितना दिया उससे कभी खुश नहीं रहते
Web Stories: "साधु और बिच्छू की कहानी" में एक साधु बारिश में नाली में बह रहे बिच्छू को बचाने की कोशिश करता है। बिच्छू बार-बार उसे डंक मारता है, लेकिन साधु अपने स्वभाव को
"साधु और बिच्छू की कहानी" में एक साधु बारिश में नाली में बह रहे बिच्छू को बचाने की कोशिश करता है। बिच्छू बार-बार उसे डंक मारता है, लेकिन साधु अपने स्वभाव को नहीं बदलता। वैद्य शर्मा साधु को रोकते हैं
Web Stories: राजू आज भी नित्य की भांति स्कूल से घर की ओर अकेला चल पड़ा था। पहले तो उसके पापा स्कूल छोड़ने जाते थे। छुट्टी हो जाने पर ले आते थे। किन्तु जब से वह कक्षा दस
Web Stories: कहते हैं ईश्वर हर जगह स्वंय भौतिक रूप में नहीं रह सकते अतः उन्होने माँ बनाई। माँ के कदमों में जन्नत होती है। ‘माँ’ शब्द में सारे संसार का स्नेह छलकने लगता