बच्चों की कविता: दो प्यारी कविता - गर्मी और कोयल
बच्चों की कविता: दो प्यारी कविता - गर्मी और कोयल - यह कविता गर्मी के मौसम और कोयल की मधुर आवाज़ को केंद्र में रखकर रची गई है, जो बच्चों को प्रकृति से जोड़ती है और उनकी कल्पनाशक्ति को उड़ान देती है।
बच्चों की कविता: दो प्यारी कविता - गर्मी और कोयल - यह कविता गर्मी के मौसम और कोयल की मधुर आवाज़ को केंद्र में रखकर रची गई है, जो बच्चों को प्रकृति से जोड़ती है और उनकी कल्पनाशक्ति को उड़ान देती है।
एक खूबसूरत कविता है जो बादलों को बुलाने और उनसे वर्षा की आशा का वर्णन करती है। यह कविता प्रकृति के साथ मानव के अद्वितीय संबंध को दर्शाती है और बरसात के मौसम की रोमांचकारी और ताजगी भरी भावनाओं को साझा करती है।
ह कविता हमारे घर की खूबसूरती और उसकी महत्ता को दर्शाती है। यह न केवल एक संरचना है बल्कि प्रेम, स्नेह, और सुरक्षा का प्रतीक है। घर हमें हर मुश्किल से बचाता है और सुख-दुख में हमारा साथी होता है।
यह कविता चिड़िया माँ के बच्चों के प्रति अपार प्रेम और चिंता को दर्शाती है। चिड़िया माँ बच्चों के खाने-पीने का ध्यान रखते हुए बाहर जाती है, लेकिन अचानक बारिश शुरू हो जाती है।