Motu Patlu E-Comics: ठण्ड है भाई
सर्दी का समय चल रहा था मोटू बाजार से घर लौट रहा था और अपने आप से बातें कर रहा था की सर्दी तो बहुत ज्यादा पड़ रही है, ऊपर से गर्म कपड़ों के दाम तो आसमान छु रहे हैं। मोटू यही सब सोचता हुआ घर पहुंचा तो पतलू ने उससे पुछा।
सर्दी का समय चल रहा था मोटू बाजार से घर लौट रहा था और अपने आप से बातें कर रहा था की सर्दी तो बहुत ज्यादा पड़ रही है, ऊपर से गर्म कपड़ों के दाम तो आसमान छु रहे हैं। मोटू यही सब सोचता हुआ घर पहुंचा तो पतलू ने उससे पुछा।
पिछली गर्मियों की बात है मोटू पतलू अपने गार्डन में टहल रहे थे, तभी उन्हें चाचा खोटु मल आते हुए दिखाई दिए। दोनों चाचा को आते देख खुश हो गए, जैसे ही चाचा जी उनके पास पहुंचे वे बोलने लगे की भतीजों बहुत जी लिया गृहस्थ जीवन।