हिंदी प्रेरक कहानी: रावण का पुतला
एक महात्मा से किसी ज्ञानवान मनुष्य ने पूछा- हर बरस रावण का पुतला क्यों जलाया जाता है? जबकि वह तो कब का मर चुका है। महात्मा ने कहा- जिस तरह आम का कोई वृक्ष मीठे फलों की जगह जहरीले फल देना शुरू कर देता है।
एक महात्मा से किसी ज्ञानवान मनुष्य ने पूछा- हर बरस रावण का पुतला क्यों जलाया जाता है? जबकि वह तो कब का मर चुका है। महात्मा ने कहा- जिस तरह आम का कोई वृक्ष मीठे फलों की जगह जहरीले फल देना शुरू कर देता है।
अविनाश आज उदास मन से स्कूल से घर लौटा। क्या स्कूल में किसी से झगड़ा हो गया या फिर अध्यापक जी ने पढ़ाई के बारे में मारा? पता नहीं अविनाश आज क्यों उदास है।
नन्हें दोस्तों दिए गए चित्र में बहुत सारी संख्या लिखी हुई हैं और इन संख्याओं के साथ ही एक डॉट (बिंदु) भी है, आपको इन संख्याओं के बिंदुओं को बढ़ते हुए क्रम में जोड़ते जाना है।
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, सभी बच्चे अपने अपने नानी या दादी के घर पर छुट्टियां मनाने गए हुए थे। ऐसे ही मोटू और पतलू के पड़ोसी के यहाँ भी उनके नाती पोते आए हुए थे।
मध्य और दक्षिण अमेरिका में पाए जाने वाले ये सुस्त पेड़-निवासी, अपना जीवन उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में बिताते हैं। वे प्रतिदिन लगभग 40 गज की दर से पेड़ों की कैनोपी की छाया में चलते हैं। (Jungle World | Web stories)
एक राजा अत्यन्त निर्दयी और अत्याचारी था। वह जनता को हर तरह से दुःख और कष्ट दिया करता। सारी जनता राजा के व्यवहार से दुःखी रहती थी। अचानक एक दिन उस राजा के राज्य में एक साधु आया।