Natkhat Neetu E-Comics: नटखट नीटू और रोबो की ज़िद
एक दिन की बात है मौसम बहुत अच्छा हो रहा था, हवा भी चल रही थी। टीटा घर से बाहर निकलता है तो मौसम को देखकर उसका मन पतंग उड़ाने का करने लगता है।
एक दिन की बात है मौसम बहुत अच्छा हो रहा था, हवा भी चल रही थी। टीटा घर से बाहर निकलता है तो मौसम को देखकर उसका मन पतंग उड़ाने का करने लगता है।
एक दिन की बात है, नटखट नगर में प्रदर्शिनी लगी हुई थी। सभी बच्चे वहां घूमने जा रहे थे, कोई अपने मम्मी पापा के साथ तो कोई अपने दोस्तों के साथ। टीटा भी उनमे से एक था वो भी अपने मम्मी पापा के साथ प्रदर्शिनी में घूमने गया था।
संडे का दिन था, नीटू सुबह से जल्दी जल्दी अपने सारे काम खत्म कर रहा था। रोबो ने नीटू को देखकर पूछा की क्या हुआ नीटू आज बहुत जल्दी जल्दी सारे काम कर दिए तुमने?
साल का पहला दिन था नीटू अपने घर में छुट्टी का मज़ा ले रहा था। तभी टीटा भी नीटू के घर आ जाता है और आते ही सबको हैप्पी नई ईयर विश करता है और नीटू से पूछता है की इस साल क्या नया करोगे नीटू?
एक जनवरी का दिन था नीटू, रोबो और टीटा के साथ नए साल का प्लान बना रहा था। तभी डॉ. डेविल वहां आ जाता है और नीटू से बोलता है की भाई नीटू नए साल में दुश्मनी को ख़त्म करते हैं और दोस्ती कर लेते हैं।
एक दिन नटखट नीटू अपने दोस्तों के साथ पार्क में घूम रहा था, तभी नीटू बोलता है की चलो अब गर्मी से राहत मिलेगी वो देखो काले बादल आ रहे हैं। तभी टीटा बोलता है की नीटू बादल कुछ ज्यादा ही काले नज़र आ रहे हैं।
संडे का दिन था नटखट नीटू अपने दोस्तों के साथ मछली पकड़ने का प्लान बनाता है। रास्ते में जाते वक़्त टीटा नीटू से पूछता है की हम लोग मछली पकड़ने कहाँ जा रहे हैं?