Natkhat Neetu E-Comics: नटखट नीटू और कैक्टस:- गर्मी का मौसम चल रहा था, नीटू अपने रोबो और डोगो के साथ शाम की सैर के लिए निकल रहा था। तभी घर से निकलते ही उनके सामने एक बहुत बड़ा कैक्टस का पेड़ चलता हुआ आने लगा। (Comics | Natkhat Neetu) उसको देख कर नीटू एक बार को तो घबरा गया, लेकिन जैसे ही वो कैक्टस नीटू के पास आया उसने बोला "कैक्टस हूं मैं, जिसको चुभ जाऊं वो जान से हाथ धो बैठता है" इतना बोलकर वो ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा। नीटू उसकी बात सुनकर उससे पूछता है कि "मगर तुम नटखट नगर में क्या कर रहे हो?" कैक्टस कुछ बोलता उसके पहले ही डोगो बोलता है कि "लगता है किसी खास चीज की तलाश में आया है यहां"। डोगो की बात सुनकर रोबो बोलता है कि "तू ही है सबसे खास, तेरे से गले मिलने आया लगता है"। (Comics | Natkhat Neetu) इन सबकी बात सुनने के बाद कैक्टस बोलता है कि "मुझे डिजिटल वाटर चाहिए, मेरे जिन्दा रहने का कारण धरती पर पानी पोल्यूशन वाला हो गया है मैं गन्दे पानी से कमजोर हो रहा हूं"। कैक्टस की बात सुनकर नीटू बोलता है कि "डिजिटल वाटर से तुम तो और शक्तिशाली हो जाओगे"। नीटू की बात को समझ कर रोबो बोलता है कि "फिर अपने जहरीले काटों से धरती वासियों को ही मारोगे"। (Comics | Natkhat Neetu)
Natkhat Neetu E-Comics: नटखट नीटू और कैक्टस
गर्मी का मौसम चल रहा था, नीटू अपने रोबो और डोगो के साथ शाम की सैर के लिए निकल रहा था। तभी घर से निकलते ही उनके सामने एक बहुत बड़ा कैक्टस का पेड़ चलता हुआ आने लगा।
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