Natkhat Neetu E-Comics: रोबो हुआ हिंसक
एक दिन की बात है नीटू और टीटा बाहर गए हुए थे, इधर रोबो, डोगो और जुगनू घर पर ही थे। तभी अचानक से रोबो कुछ ढूंढना शुरू कर देता है, और बहुत बेचैन हो जाता है।
एक दिन की बात है नीटू और टीटा बाहर गए हुए थे, इधर रोबो, डोगो और जुगनू घर पर ही थे। तभी अचानक से रोबो कुछ ढूंढना शुरू कर देता है, और बहुत बेचैन हो जाता है।
डॉ. डेविल नटखट नीटू से बार-बार हारने के बाद काफी परेशान हो चूका था। इस बार उसने सोचा कुछ ऐसा आविष्कार किया जाए जिसे नीटू समझ भी न पाए और मेरे जाल में फंस जाए।
मानसून शुरू हो चुका था, गर्मी कम हो चुकी थी, नीटू अपने दोस्तों के साथ पार्क में सुहावने मौसम का मज़ा ले रहा था। तभी नीटू की नज़र ऊपर आसमान पर पड़ती है और वो ख़ुशी से बोलता है कि अरे वाह! मानसून के बादल छा रहे हैं।
एक दिन की बात है नटखट नगर में सब कुछ सामान्य दिनों की ही तरह चल रहा था, कि तभी अचानक बहुत ज़ोर की आंधी आ गयी और देखते ही देखते उस आंधी ने तूफ़ान का रूप ले लिया।
गर्मी की छुट्टियां ख़त्म हो चुकी थीं, सभी स्कूल खुल चुके थे। नीटू और टीटा का स्कूल भी खुल गया था, स्कूल खुले 20 दिन हो चुके थे। नीटू और टीटा रोज़ स्कूल टाइम पर पहुँच जाते थे।
गर्मी का मौसम चल रहा था टीटा नीटू के घर पर गेम खेलने आया हुआ था। पूरी दोपहर गेम खेलने के बाद जब टीटा बहार निकला तो उसने देखा कि गेट के बाहर एक बहुत बड़ा सा आम रखा हुआ है।
एक दिन की बात है नीटू अपने दोस्तों के साथ गार्डन में टहल रहा था, तभी पीछे से बहुत जोर से हंसने की आवाज़ आई हा हा हा..आंखफोड़वा हूं मैं डाॅक्टर डेविल का सेनापति।