E-Comic : नटखट नीटू और मैजिक डॉग
नीटू एक नटखट और जिज्ञासु बच्चा था। उसकी दुनिया हमेशा रोमांच और शरारत से भरी रहती थी। एक दिन अचानक उसे अजीब-सी आवाज़ सुनाई दी। कान बजने लगे तो नीटू को लगा कि शायद उसे भ्रम हो रहा है।
नीटू एक नटखट और जिज्ञासु बच्चा था। उसकी दुनिया हमेशा रोमांच और शरारत से भरी रहती थी। एक दिन अचानक उसे अजीब-सी आवाज़ सुनाई दी। कान बजने लगे तो नीटू को लगा कि शायद उसे भ्रम हो रहा है।
क्रिसमस का दिन था, और नटखट नीटू अपनी टीम के साथ खुशियां मना रहा था। लेकिन दूसरी ओर, उसका खतरनाक दुश्मन डॉ. डेविल क्रिसमस डे को नीटू और उसकी टीम के लिए आखिरी दिन बनाने की साजिश रच रहा था।
क्या आपने कभी ऐसा खतरनाक लेकिन मजेदार दुश्मन देखा है, जो सिर्फ केले के नाम पर लड़ाई करता हो? "नीटू बनाम केलास्टकर" एक ऐसी ही दिलचस्प कहानी है, जहां नटखट नीटू और उसके दोस्त टीटा के सामने आता है एक विचित्र और खतरनाक दुश्मन—केलास्टकर!
गर्मी का मौसम चल रहा था, नीटू अपने रोबो और डोगो के साथ शाम की सैर के लिए निकल रहा था। तभी घर से निकलते ही उनके सामने एक बहुत बड़ा कैक्टस का पेड़ चलता हुआ आने लगा।
गर्मी की छुट्टियां ख़त्म होने वाली थीं, टीटा अपनी नानी के घर से लौट कर आ गया था। इधर नीटू और उसके साथी घर में आराम कर रहे थे। तभी टीटा वहां आता है और रोबो को सामने देख कर रोबो से पूछता है।
एक दिन की बात है नटखट नीटू टीटा और रोबो के साथ मूवी देख कर वापस आ रहा था, और वे सभी आपस में बातें कर रहे थे। नीटू बोल रहा था कि वाकई इंग्लिश फिल्मों की बात ही कुछ और है।
एक दिन की बात है मौसम बहुत अच्छा हो रहा था, हवा भी चल रही थी। टीटा घर से बाहर निकलता है तो मौसम को देखकर उसका मन पतंग उड़ाने का करने लगता है।