Travel: सात पर्वतों का मन्दिर तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर भगवान विष्णु का प्रसिद्ध तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति में स्थित है। तिरुमला के सात पर्वतों में से एक वेंकटाद्रि पर बना श्री वेंकटेश्वर मन्दिर यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण का केन्द्र है। By Lotpot 07 Feb 2024 in Travel New Update सात पर्वतों का मन्दिर तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर Travel सात पर्वतों का मन्दिर तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर:- भगवान विष्णु का प्रसिद्ध तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति में स्थित है। तिरुमला के सात पर्वतों में से एक वेंकटाद्रि पर बना श्री वेंकटेश्वर मन्दिर यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण का केन्द्र है। इसलिए इसे सात पर्वतों का मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। कई शताब्दी पूर्व बने इस मन्दिर की सबसे खास बात इसकी दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्पकला का अदभुत संगम है। वेंकटेश्वर मन्दिर को दुनिया में सबसे अधिक पूजनीय स्थल कहा गया है। (Travel) प्रतिदिन इस मन्दिर में एक से दो लाख श्रद्धालु आते हैं, जबकि किसी खास अवसर या त्योहार जैसे सालाना रूप से आने वाले ब्रह्मोत्सवम में श्रद्धालुओं की संख्या लगभग 5 लाख तक पहुँच जाती है। पौराणिक आख्यानों के अनुसार, इस मन्दिर में स्थापित भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति में ही भगवान बसते हैं और वे यहाँ समूचे कलियुग में विराजमान रहेंगे। (Travel) मान्यताएँ चूँकि भगवान वेंकटेश्वर को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, इसलिए... मान्यताएँ चूँकि भगवान वेंकटेश्वर को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, इसलिए धारणा है कि प्रभु श्री विष्णु ने कुछ समय के लिए तिरुमला स्थित स्वामी पुष्करणी नामक तालाब के किनारे निवास किया था। श्रद्धालु खासकर इस कुण्ड के पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं। माना जाता है कि वैकुण्ठ में विष्णु इसी कुण्ड में स्नान किया करते थे। यह भी माना जाता है कि जो भी इसमें स्नान कर ले, उसके सारे पाप धुल जाते हैं और सभी सुख प्राप्त होते हैं। बिना यहाँ डुबकी लगाए कोई भी मन्दिर में प्रवेश नहीं कर सकता है। डुबकी लगाने से शरीर और आत्मा पूरी तरह से पवित्र हो जाते हैं। (Travel) इन्हें सात पहाड़ों का भगवान भी कहा जाता है। भगवान वेंकटेश्वर को बालाजी, गोविन्दा और श्रीनिवास के नाम से भी जाना जाता है। जो भी तिरुपति आता है, प्रभु वेंकटेश्वर के दर्शन के बिना वापस नहीं जाता। भक्तों की लम्बी कतार देखकर इस मन्दिर की प्रसिद्धि का अनुमान स्वतः ही लगाया जा सकता है। पुराणों के अनुसार, कलियुग में भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद ही मुक्ति सम्भव है। साम्प्रदायिक एकता का प्रतीक यहाँ पर बिना किसी भेदभाव व रोकटोक के किसी भी जाति व धर्म के लोग आ-जा सकते हैं, क्योंकि इस मन्दिर का पट सभी धर्मानुयायियों के लिए खुले हैं। मन्दिर परिसर में खूबसूरती से बनाए गए अनेक द्वार, मंडपम और छोटे मन्दिर हैं, जिसके आप दर्शन कर सकते हैं। परिसर में कृष्ण देवर्या मंडपम आदि भी बने हुए हैं। मन्दिर के दर्शन के लिए तिरुमला पर्वतमाला पर पैदल यात्रियों के चढ़ने के लिए तिरुमला तिरुपती देवस्थानम नामक विशेष मार्ग बनाया गया है। इसके द्वारा प्रभु तक पहुँचने की चाहत पूरी की जा सकती है। (Travel) lotpot-e-comics | travel-places-in-india | Travel Tirupati Venkateshwara Temple | Temple of Seven Mountains | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | ट्रेवल यह भी पढ़ें:- Travel: साई बाबा का घर शिरडी Travel: वैष्णवों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है गोवर्धन Travel: 1559 से अस्तित्व में आया शहर उदयपुर असम के खूबसूरत हिल स्टेशन #लोटपोट #Lotpot #ट्रेवल #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #travel places in India #Travel Tirupati Venkateshwara Temple #Temple of Seven Mountains #तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर #सात पर्वतों का मन्दिर You May Also like Read the Next Article