गौरव एक होशियार और जिज्ञासु लड़का था, लेकिन उसे होमवर्क करना बिलकुल पसंद नहीं था। स्कूल से आते ही उसका मन टीवी देखने या वीडियो गेम खेलने में लग जाता। हर दिन उसकी मम्मी उसे डांटतीं,मम्मी: "गौरव, अगर होमवर्क नहीं किया, तो मास्टर जी तुम्हें डांटेंगे!"गौरव हमेशा जवाब देता,गौरव: "मम्मी, काश कोई होमवर्क करने वाला दोस्त होता!" जादुई आविष्कार एक दिन गौरव के पापा, जो एक वैज्ञानिक थे, ने उससे कहा,पापा: "गौरव, क्या तुम मेरे नए आविष्कार से मिलना चाहोगे?"गौरव (उत्साहित होकर): "आविष्कार? जरूर पापा! क्या यह कोई रोबोट है?" पापा मुस्कुराए और उसे अपने लैब में ले गए। वहां एक छोटा सा, चमचमाता रोबोट रखा था।पापा: "यह है 'एआई दोस्त'। यह तुम्हारे होमवर्क में मदद करेगा, लेकिन एक शर्त है—तुम भी इसके साथ पढ़ाई करोगे।"गौरव खुशी से उछल पड़ा और बोला,गौरव: "पक्का, पापा! अब तो मैं टॉप कर जाऊंगा।" एआई दोस्त का कमाल अगले दिन गौरव ने एआई दोस्त को चालू किया।एआई दोस्त: "नमस्ते गौरव! बताओ, आज कौन सा विषय पढ़ना है?"गौरव (शरारत से): "तुम्हीं सारा होमवर्क कर दो, मैं तो खेलूंगा।"एआई दोस्त: "होमवर्क तो मैं करूंगा, लेकिन तुम्हें मेरे साथ बैठना होगा। यह हमारा समझौता है।" गौरव को मानना पड़ा। एआई दोस्त ने गणित के कठिन सवाल हल किए, विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाए और अंग्रेजी के निबंध लिखने में मदद की।गौरव: "वाह! तुम तो जादू हो।"एआई दोस्त: "यह जादू नहीं, मेहनत और टीमवर्क है।" समस्या और समाधान एक दिन गौरव ने एआई दोस्त से कहा,गौरव: "तुम इतने होशियार हो, तो क्या मैं बिना पढ़ाई किए पास हो सकता हूं?"एआई दोस्त: "गौरव, सिर्फ मेरी मदद से पास होना गलत होगा। असली ज्ञान तो खुद पढ़ने से आता है।"गौरव को समझ आया कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। परीक्षा में सफलता परीक्षा के समय गौरव ने एआई दोस्त के साथ मिलकर खूब पढ़ाई की। जब रिजल्ट आया, तो वह क्लास में तीसरे नंबर पर आया।गौरव: "पापा, यह सब आपके एआई दोस्त की वजह से हुआ!"पापा: "और तुम्हारी मेहनत की वजह से भी।" कहानी से सीख यह कहानी सिखाती है कि टेक्नोलॉजी आपकी मदद कर सकती है, लेकिन असली सफलता के लिए मेहनत और लगन जरूरी है। यह भी पढ़ें:- सीख देती मजेदार कहानी: राजा और मधुमक्खी मजेदार हिंदी कहानी: आलसी राजू मजेदार हिंदी कहानी: घमण्डी राजा Fun Story: घमंडी ज़मींदार