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Fun Stories | Moral Stories : गाँव में रहने वाला बंटी नाम का एक चुलबुला और जिज्ञासु बच्चा था। उसे खेल-कूद में बहुत मज़ा आता था, और उसकी सबसे प्यारी चीज थी - उसका लाल रंग का गुब्बारा। बंटी को नए-नए प्रयोग करने का शौक था, और एक दिन उसने सोचा कि क्यों न गुब्बारे को आसमान में उड़ाया जाए और देखा जाए कि वो कितनी दूर जा सकता है।
बंटी ने गुब्बारे को अच्छी तरह से फुलाया और उसके धागे को अपनी उंगली पर लपेट लिया। फिर उसने गुब्बारे को छोड़ दिया, लेकिन धागा पकड़े रखा ताकि वो उड़ते-उड़ते पूरी तरह से गायब न हो जाए। गुब्बारा धीरे-धीरे ऊपर उठने लगा और बंटी उसे देखकर बहुत खुश हुआ। वो अपने दोस्तों को बुलाकर कहने लगा, "देखो, मेरा गुब्बारा कितना ऊँचा उड़ रहा है!" (Fun Story)
हवा के झोंके ने बंटी को किया चिंतित
गुब्बारा आसमान में उड़ते-उड़ते गाँव के एक बड़े पेड़ के पास पहुँचा। अचानक एक तेज हवा का झोंका आया और गुब्बारे का धागा बंटी के हाथ से छूट गया। अब गुब्बारा और ऊँचा उड़ने लगा। बंटी और उसके दोस्त भागते हुए गुब्बारे के पीछे-पीछे दौड़ने लगे, ताकि उसे फिर से पकड़ सकें। (Fun Story)
गुब्बारा और बकरी की दिलचस्प मुठभेड़
गुब्बारा उड़ते-उड़ते गाँव के सरपंच जी के घर के पास पहुँचा, जहाँ उनकी बकरी बंधी हुई थी। गुब्बारा देखकर बकरी ने सोचा कि ये कोई खाने की चीज़ है और उसने गुब्बारे को पकड़ने के लिए उछलने की कोशिश की। लेकिन गुब्बारा इतना ऊँचा था कि बकरी उसे पकड़ नहीं पाई, और गुब्बारा आगे बढ़ गया। (Fun Story)
गुब्बारा अंत में एक तालाब के ऊपर आ गया। बंटी और उसके दोस्त तालाब के किनारे पहुँच गए और सोचने लगे कि अब गुब्बारा कैसे पकड़ा जाए। तभी अचानक हवा का रुख बदल गया और गुब्बारा तालाब के किनारे एक पेड़ की शाखा में उलझ गया। बंटी ने राहत की साँस ली और दौड़कर पेड़ पर चढ़ गया। उसने गुब्बारे को सावधानी से उतारा और उसे वापस अपनी उंगली पर बाँध लिया।
बंटी को समझ में आ गया कि अगर वह गुब्बारे को फिर से उड़ाना चाहता है, तो उसे धागे को और अच्छी तरह से पकड़ना होगा। उसने अपने दोस्तों से कहा, "अगली बार मैं गुब्बारे को और मज़बूती से पकड़ूँगा, ताकि वो फिर से मुझसे दूर न जा सके।" (Fun Story)
इस तरह बंटी और उसके दोस्तों ने एक मजेदार दिन बिताया, और सभी ने मिलकर खूब मस्ती की। बंटी को समझ में आ गया कि खेल में भी थोड़ा ध्यान रखना जरूरी है, ताकि मज़ा भी बना रहे और चीज़ें भी सुरक्षित रहें।