Mazedaar Hindi Kahani: बर्फीली चिड़िया उस समय बहुत ज़ोर की बर्फबारी हुई थी। राहुल और ईशा शहर में अपनी दादी से मिलने जा रहे थे और वहां पर उन्हें पूरा दिन उनके साथ बिताना था। जब वह सोने के लिए पलंग पर जा रहे थे तब भी बर्फ पड़ रही थी। By Lotpot 13 Oct 2023 in Fun Stories New Update बर्फीली चिड़िया Fun Story Barfeeli Chidiya:- उस समय बहुत ज़ोर की बर्फबारी हुई थी। राहुल और ईशा शहर में अपनी दादी से मिलने जा रहे थे और वहां पर उन्हें पूरा दिन उनके साथ बिताना था। जब वह सोने के लिए पलंग पर जा रहे थे तब भी बर्फ पड़ रही थी और हर बार जब वह रात को उठते तो उन्हें हवा की आवाज़ और घर के अंदर सीटी की आवाज़ सुनाई देती और उन्हें पुराने देवदार के पेड़ की शाखाओं से आवाज़ भी आ रही थी। (Mazedaar Hindi Kahani) लेकिन अगली सुबह सूरज चमक रहा था, वह बहुत ऊर्जा भरा दिन था। देवदार के पेड़ की शाखाएं चमक रहीं थीं। राहुल ने कहा, ‘पेड़ की शाखाएं ऐसे लग रही है जैसे इन पर किसी ने सोने और हीरे लगा दिए हों’। बच्चों ने कहा, ‘दादी मां, जल्दी से नाश्ता बनाओ, हमें बाहर किला बनाने जाना है।’ दादी मां मुस्कुराई और उन्होंने बच्चों को बताया कि किला बनाने के लिए अच्छा नाश्ता करना ज़रूरी है... दादी मां मुस्कुराई और उन्होंने बच्चों को बताया कि किला बनाने के लिए अच्छा नाश्ता करना ज़रूरी है क्योंकि किला बनाने के लिए मेहनत की ज़रूरत है। वह जल्द ही बाहर बर्फ में गए और उन्होंने वहाँ बहुत मज़े किए। किला जल्दी नहीं बना क्योंकि वह बीच बीच में रुककर एक दूसरे को बर्फ के गोले मार रहे थे। जब दादी मां ने उन्हें रात के खाने के लिए बुलाया तो उन्होंने सोचा कि नाश्ते से रात के खाने का समय हो गया, समय इतनी जल्दी गुजर गया। (Mazedaar Hindi Kahani) रात के खाने के बाद राहुल खिड़की से बाहर देख रहा था तभी उसकी नज़र दो छोटी छोटी चिड़ियों पर पड़ी जो देवदार के वृक्ष पर बैठी एक दूसरे को लिपट रहीं थीं। राहुल ने आवाज़ लगाई, ‘ईशा, जल्दी आओ, देखो इन बेचारी चिड़ियों को। यह बर्फ से आधी जमी हुई और भूखी लग रहीं हैं।’ ईशा ने जवाब दिया, ‘ओह, बेचारी चिड़ियाँ, क्या तुम्हें यह सोचकर बुरा नहीं लग रहा कि हम सुबह उस जगह पर इतना खेलकर मज़ा कर रहे थे जो बर्फ से ढकी हुई है और जहां से इन्हें खाना मिलता है’। राहुल ने कहा, ‘चलो, दादी मां से कुछ खाना लाते है और इन्हें देते है। शायद चिड़ियाँ वह खाना ढूंढ लें’। राहुल ने खाना खिड़की से बाहर फेंका और जल्द ही उसे छोटी चिड़ियों की चहकने की आवाज़ सुनाई दी और राहुल ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे यह हमारा शुक्रिया कर रही हैं।’ (Mazedaar Hindi Kahani) क्या बाकी बच्चे भी राहुल और ईशा जैसे अच्छे काम नहीं कर सकते? और मज़ेदार कहानियाँ पढ़ें: मजेदार बाल कहानी : जब जान पर बन आये तब लोटपोट की बड़ी मजेदार कहानी : मन्नू ने की पार्क की सैर बच्चों की मजेदार बाल कहानी : जाॅनी और परी बाल कहानी : लालच हर मुसीबत का जड़ है #प्रेरणादायक कहानी #Bachchon ki Kahania #Lotpot बाल कहानी #Hindi Moral Stories #बच्चों की मनोरंजक कहानियाँ #बाल कहानी #Baal kahani #Lotpot You May Also like Read the Next Article