जंगल की कहानी : गधेपन की हरकत
Web Stories : कालू सियार आज नदी पर बहुत ताव खा रहा था। गुस्से से उसके नथुने फड़क रहे थे। पर नदी तो नदी थी। वह तो वैसे ही मुस्कुराती बह रही थी। कालू नदी को बराबर कोसे जा
Web Stories : कालू सियार आज नदी पर बहुत ताव खा रहा था। गुस्से से उसके नथुने फड़क रहे थे। पर नदी तो नदी थी। वह तो वैसे ही मुस्कुराती बह रही थी। कालू नदी को बराबर कोसे जा
Web Stories: भगवान का दूत: उल्लू वन में सिर्फ उल्लू ही रहते थे। इसलिए उन्हें यह पता नहीं था कि उनके सिवा कोई ऐसा पंछी होता है जो दिन में भी देख सकता हो।
Web Stories: चारों ओर सुंदर वन में उदासी छाई हुई थी। वन को अज्ञात बीमारी ने घेर लिया था। वन के लगभग सभी जानवर इस बीमारी के कारण अपने परिवार का कोई न कोई सदस्य गवां
Web Stories: मंगलवार और गुरुवार की दोपहर को नैंसी अपनी कला की कक्षा में जाती थी। वह उन दिनों की राह देखती थी जब वह पूरी दोपहर कलाकारी कर सकती थी। उसे चिकनी मिट्टी
Web Stories: यह कहना बहुत मुश्किल था कि नीति की दोहरी दृष्टि थी। उसकी एक पल के लिए दोहरी दृष्टि होती थी और दूसरे ही पल ठीक हो जाती थी। एक दिन अचानक सड़क पर काफी भीड़ हो गई।
Web Stories: एक बार अकबर ने बीरबल को कहा, ‘बीरबल, मुझे एक पेंटिंग बनाकर दो, उसमें अपनी सोच लगाना’। अकबर की बात सुनकर बीरबल ने जवाब दिया, ‘हुज़ूर, मैं एक मंत्री हूं। मैं
Web Stories: उस दिन बाज़ार जाने का दिन था और राजू किसान सड़क पर अपनी घोड़ागाड़ी चला रहा था। उसे बाज़ार जल्दी पहुँचना था ताकि वह अपना सामान बेच सके। घोड़ों के लिए कीचड़