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कमल की बुद्धिमत्ता: डर पर जीत
नमस्ते प्यारे दोस्तों! क्या आप जादुई कहानियों में विश्वास करते हैं? आज हम आपको एक ऐसे बुद्धिमान युवक कमल और एक विशालकाय जिन्न (Genie) की कहानी सुनाने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको एहसास होगा कि शारीरिक बल से ज़्यादा दिमाग की शक्ति (Power of Mind) काम आती है!
जिन्न की पुकार और जादुई बोतल
एक शाम, जब सूरज डूबने वाला था और चारों ओर अँधेरा छाने लगा था, कमल तेज़ी से चलकर कहीं जा रहा था। तभी उसे एक हल्की, डरी हुई आवाज़ सुनाई दी, "बचाओ, बचाओ, मुझे बाहर निकालो!"
कमल ने चारों ओर देखा, पर कोई दिखाई नहीं दिया। जब आवाज़ फिर आई, तो उसने ध्यान से देखा। पेड़ के नीचे एक पुरानी सी बोतल पड़ी थी। पास जाने पर पता चला कि आवाज़ उसी बोतल के अंदर से आ रही थी!
कमल ने बिना देर किए बोतल का ढक्कन खोल दिया। जैसे ही ढक्कन खुला, ढेर सारा धुँआ निकला और धुएँ के साथ ही वह व्यक्ति भी! बाहर निकलते ही उसका आकार बहुत बड़ा हो गया। वह कोई और नहीं, बल्कि एक जिन्न था!
जिन्न ने बड़ी-बड़ी आँखें दिखाते हुए कमल से कहा:
"मैं आज़ाद हो गया हूँ! एक दुष्ट जादूगर ने मुझे बंद कर दिया था। अब मुझे बहुत भूख लगी है। अब मैं तुम्हें खाऊँगा!"
चतुराई का दाँव: जिन्न को जाल में फँसाना
जिन्न की धमकी सुनकर कोई भी डर जाता, पर कमल एक बुद्धिमान युवक था। वह थोड़ा घबराया, लेकिन उसने जिन्न को ज़रा भी पता नहीं लगने दिया कि उसे डर लग रहा है।
कमल ने तुरंत अपनी चतुराई का इस्तेमाल किया। उसने जिन्न को बेवकूफ़ बनाने के लिए एक योजना बनाई।
कमल ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा:
"तुम मुझे बेवकूफ़ नहीं बना सकते! ज़रा अपना आकार तो देखो! और यह छोटी सी बोतल देखो! तुम इतने बड़े होकर भला इस बोतल के अंदर कैसे आ सकते हो? तुम ज़रूर झूठ बोल रहे हो।"
जिन्न, जो अपनी ताक़त और सच्चाई पर बहुत घमंड करता था, कमल की बात सुनकर गुस्से से लाल हो गया।
गुस्से में जिन्न चिल्लाया:
"जिन्न कभी झूठ नहीं बोलते! तुम्हें मेरी बात पर विश्वास नहीं है न? ठीक है, मैं तुम्हें दिखाता हूँ कि मैं इस बोतल के अंदर जा सकता हूँ!"
जिन्न का अंत: बोतल में वापस बंद
अपनी बात साबित करने के लिए जिन्न ने बिना सोचे-समझे, तुरंत अपना आकार छोटा किया और धुँआ बनकर उसी बोतल के अंदर चला गया।
कमल तो यही चाहता था! उसने झट से बोतल का ढक्कन वापस लगा दिया और उसे कसकर बंद कर दिया।
बोतल को मज़बूती से पकड़कर कमल ने मुस्कुराते हुए जिन्न से कहा:
"मैं जान गया हूँ कि जिन्न झूठ नहीं बोलते, लेकिन थोड़े बेवकूफ़ ज़रूर होते हैं। अब तुम यहीं रहो, हमेशा के लिए इसी बोतल के अंदर!"
कमल ने उस बोतल को एक भारी पत्थर से बाँधा और उसे समुद्र (Ocean) में फेंक दिया। भारी पत्थर के कारण बोतल तुरंत पानी में डूब गई और उसके साथ ही जिन्न भी हमेशा के लिए आज़ादी से दूर चला गया।
कहानी से सीख (Moral of the Story):
यह कहानी हमें सिखाती है कि बुद्धिमत्ता (Intelligence) और हाज़िरजवाबी (Presence of Mind), सबसे बड़ी ताक़त या खतरे से भी ज़्यादा शक्तिशाली होती है। हमें कभी भी डरना नहीं चाहिए, बल्कि मुश्किल समय में शांत रहकर अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए। गुस्से और अहंकार में लिया गया निर्णय हमेशा ग़लत साबित होता है, जैसा कि जिन्न के साथ हुआ।
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