जंगल कहानी : मोर को हुआ गलती का एहसास

एक हरे-भरे जंगल में एक सुंदर मोर रहता था। उसकी चमकीली, रंग-बिरंगी पंखों वाली पूंछ देखकर सभी जानवर उसकी प्रशंसा करते थे। वह हर सुबह नदी किनारे जाकर अपने पंख फैलाकर नाचता और अपने ही रूप में मगन हो जाता।

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Jungle Story Peacock realizes his mistake
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Jungle Story: Peacock realizes his mistake (मोर को हुआ गलती का एहसास):- एक हरे-भरे जंगल में एक सुंदर मोर रहता था। उसकी चमकीली, रंग-बिरंगी पंखों वाली पूंछ देखकर सभी जानवर उसकी प्रशंसा करते थे। वह हर सुबह नदी किनारे जाकर अपने पंख फैलाकर नाचता और अपने ही रूप में मगन हो जाता। मोर को अपनी सुंदरता पर बहुत गर्व था, इतना कि वह अक्सर अपने दोस्तों को नीचा दिखाता और उनके सामने अपने पंखों की शान बघारता।

एक दिन, मोर का सामना एक छोटे से खरगोश से हुआ। खरगोश ने नम्रता से मोर से कहा, “भाई मोर, तुम्हारे पंख सच में बहुत सुंदर हैं!”

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मोर ने गर्व से कहा, “बिलकुल! मेरे पंख तो सबसे सुंदर हैं। क्या तुम्हारे पास ऐसा कुछ है?”

खरगोश मुस्कराया और बोला, “नहीं, मेरे पास तो ऐसा कुछ नहीं है। परंतु, सुंदरता केवल बाहरी रूप में ही नहीं होती, बल्कि हमारे गुणों में भी होती है।”

मोर ने हंसते हुए कहा, “गुण? मेरे पंख ही सबसे बड़े गुण हैं। जंगल में मुझसे सुंदर कोई नहीं है।”

यह सुनकर खरगोश थोड़ा चुप हो गया, फिर उसने सोचा कि मोर को एक सीख दी जाए। अगले दिन, जब जंगल में वर्षा होने लगी, तो सारे जानवर अपने-अपने घरों में छिप गए। मोर भीगने से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़ा हो गया, लेकिन उसकी बड़ी-बड़ी पंखों की वजह से वह पूरी तरह से भीग गया।

उधर, खरगोश ने एक छोटी सी गुफा ढूंढ ली और वहां आराम से बैठ गया। बारिश के बाद, जब मोर और खरगोश फिर से मिले, तो खरगोश ने हंसते हुए कहा, “क्या हुआ भाई मोर, भीग गए?”

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मोर ने झेंपते हुए कहा, “हां, मेरे पंखों की वजह से मैं पूरी तरह से भीग गया। तुम्हारे पास तो ऐसी समस्या नहीं है।”

खरगोश ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “बिलकुल नहीं। कभी-कभी जो चीज बाहर से सुंदर दिखती है, वह हमेशा काम की नहीं होती। असली खूबसूरती और गुण वही हैं जो मुश्किल समय में हमारे साथ खड़े रहें।”

मोर को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने खरगोश से माफी मांगी। उसने समझा कि सिर्फ बाहरी सुंदरता ही सबकुछ नहीं होती, बल्कि सच्चे दोस्त और सही गुण होना भी जरूरी है।

सीख:
यह कहानी हमें सिखाती है कि असली खूबसूरती हमारे गुणों में होती है, न कि केवल हमारे बाहरी रूप में। हर किसी का अपना महत्व और खूबसूरती होती है, बस हमें उसे पहचानने की जरूरत होती है।

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