छोटी चींटी का बड़ा हौसला
जंगल का एक कोना हमेशा शांत रहता था। यहां ऊँचे-ऊँचे पेड़, मीठे झरने, और पक्षियों की चहचहाहट का साम्राज्य था। इसी जंगल में एक छोटी सी चींटी रहती थी, जिसका नाम मिठू था।
जंगल का एक कोना हमेशा शांत रहता था। यहां ऊँचे-ऊँचे पेड़, मीठे झरने, और पक्षियों की चहचहाहट का साम्राज्य था। इसी जंगल में एक छोटी सी चींटी रहती थी, जिसका नाम मिठू था।
बच्चों आज हम आपको शेर और बकरी की एक कहानी सुनाते हैं। उस दिन जंगल के राजा शेर को कोई शिकार नहीं मिला। भूख के मारे वो जंगल से बाहर आ कर शिकार ढूंढने लगा।
एक घने जंगल में नागराज अपनी मणि के साथ सुखी जीवन बिता रहा था। वह मणि उसकी पहचान और ताकत का प्रतीक थी। हर रात जब वह शिकार के लिए निकलता, मणि उसकी शक्ति और आभा को बढ़ा देती।
ज्ञान का बंटवारा - किसी जमाने में जंगल के जानवर बेहद भोले-भाले और अज्ञानी थे। उन्हें न तो सही तरीके से अपना पेट भरने की समझ थी और न ही मुसीबत में अपनी जान बचाने की कला। शिकारियों के जाल में फंसकर वे अपनी जान गंवा बैठते थे।
दो बड़ी मछलियां सहसराबुद्धि और सताबुद्धि एक बड़े तालाब में रहती थी। दोनों एक मेंढक एकाबुद्धि की बहुत अच्छी दोस्त थी। तीनों तालाब में बहुत अच्छा वक्त बीताते थे।
बरसात का मौसम आने वाला था। एक छोटी सी चिड़िया अपने बच्चों के लिए आश्रय की तलाश में नदी किनारे पहुंची। वहां उसे दो पेड़ दिखाई दिए। चिड़िया ने पहले पेड़ से विनम्रता से कहा, "बरसात के दिनों में मेरे और मेरे बच्चों को आश्रय चाहिए।
एक बार की बात है, एक केकड़ा समुद्र के किनारे अपनी मस्ती में चल रहा था। चलते-चलते वह अपने पैरों के निशानों को देखकर खुश हो रहा था। हर कदम पर उसके पैरों के निशान एक सुंदर डिज़ाइन बनाते जा रहे थे।