Jungle Story: जो आज़ाद वो सुखी

एक कौवा एक वन में रहा करता था, उसे कोई कष्ट नहीं था और वह अपने जीवन से पूरी तरह संतुष्ट था। आजादी से जब चाहे, जहां चाहे, उड़ता फिरता था। एक दिन उड़ते हुए वह एक सरोवर के किनारे पहुँचा।

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जो आज़ाद वो सुखी

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Jungle Story जो आज़ाद वो सुखी:- एक कौवा एक वन में रहा करता था, उसे कोई कष्ट नहीं था और वह अपने जीवन से पूरी तरह संतुष्ट था। आजादी से जब चाहे, जहां चाहे, उड़ता फिरता था। एक दिन उड़ते हुए वह एक सरोवर के किनारे पहुँचा, वहाँ उसने एक उजले सफ़ेद हंस को तैरते हुए देखा। उसे देखकर वह सोचने लगा, “यह हंस कितना सुंदर और मैं कितना काला और बदसूरत ये हंस अवश्य इस दुनिया का सबसे खुश पक्षी होगा।” (Jungle Stories | Stories)

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कौवे की बात सुनकर हंस बोला, “नहीं मित्र! वास्तव में ऐसा नही है तुमने शायद तोते को नहीं देखा, जिसके पास दो रंगों की अनोखी छटा है, वही दुनिया का सबसे सुंदर और खुश पक्षी है।"

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हंस की बात सुनने के बाद कौवा तोते के पास पहुंचा,  तोते ने उसे उसकी बात का उत्तर दिया, “मोर से सुंदर तो कोई हो ही नहीं सकता। इसलिए वही दुनिया का सबसे सुखी और खुश पक्षी है।" (Jungle Stories | Stories)

तुरंत ही कौवा मोर की खोज में निकल पड़ा, उड़ते-उड़ते वह एक चिड़ियाघर पहुँचा, वहाँ उसने देखा कि मोर एक पिंजरे में बंद है और उसे देखने के लिए बहुत सारे लोग जमा हैं।

सभी मोर की बहुत सराहना कर रहे थे, सबके जाने के बाद कौवा मोर से बोला, “तुम कितने सौभाग्यशाली हो, जो तुम्हारी सुंदरता...

सभी मोर की बहुत सराहना कर रहे थे, सबके जाने के बाद कौवा मोर से बोला, “तुम कितने सौभाग्यशाली हो, जो तुम्हारी सुंदरता के कारण हर रोज़ हजारों लोग तुम्हें देखने आते हैं, मुझे तो लोग अपने आस-पास भी फटकने नहीं देते, तुम इस दुनिया के सबसे खुश पक्षी हो ना?” (Jungle Stories | Stories)

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कौवे की बात सुनकर मोर उदासी से बोला, “मित्र! मुझे भी अपनी सुंदरता पर बड़ा गुमान था। मैं सोचा करता था कि मैं इस दुनिया का क्या, बल्कि इस पूरे ब्रम्हाण्ड का सबसे सुंदर पक्षी हूँ। इसलिए खुश भी बहुत था। लेकिन मेरी यही सुंदरता मेरी शत्रु बन गई है और मैं इस चिड़ियाघर में बंद हूँ। यहाँ आने के बाद इस पूरे चिड़ियाघर का अच्छी तरह मुआयना करने के बाद मैं इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि कौवा ही एक ऐसा पक्षी है, जो यहाँ कैद नहीं है। इसलिए मैं सोचने लगा हूँ कि काश! मैं कौवा होता, तो कम से कम आज़ादी से बाहर घूम सकता और तब मैं इस दुनिया का सबसे सुखी और खुश पक्षी होता।”
कौवा तुरंत ही वहां से उड़ गया क्योंकि अब वह समझ चुका था कि जो आजाद है वह सबसे सुंदर और सबसे सुखी है।

सीख:- बच्चों इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि हम अपनी खुशियों और गुणों की तुलना दूसरों से करते हैं, ऐसा करना गलत होता है इसलिए हम जैसे है हमें उसी में खुश रहना चाहिए। (Jungle Stories | Stories)

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