Jungle Story: घमंडी जिराफ कैसे सुधरा मिंटू जिराफ इतना बदमाश एवं घमंडी हो गया था की दिनों-दिन उसकी शैतानी बढ़ती जा रही थी। वह जवान भी हो चला था। उसका शरीर बलवान एवं ताकतवर बनता जा रहा था। जंगल के जानवर अपनी गर्दन ऊंची करके ही उससे आँखे मिला पाते थे। By Lotpot 01 Mar 2024 in Stories Jungle Stories New Update घमंडी जिराफ कैसे सुधरा Jungle Story घमंडी जिराफ कैसे सुधरा:- मिंटू जिराफ इतना बदमाश एवं घमंडी हो गया था की दिनों-दिन उसकी शैतानी बढ़ती जा रही थी। वह जवान भी हो चला था। उसका शरीर बलवान एवं ताकतवर बनता जा रहा था। जंगल के जानवर अपनी गर्दन ऊंची करके ही उससे आँखे मिला पाते थे। इस कारण भी उसका छमंडी होना स्वाभाविक था। इसलिए वह अपने आपको जंगल का हीरो समझ रहा था तथा बाकी सारी दुनिया उसके आगे तुच्छ थी। (Jungle Stories | Stories) दूसरों की बात क्या करें, वह तो अपने माँ-बाप से भी अकड़ कर ही बात करता था। वह अपने पापा को कहता, “पापा! तुम्हारे पास अक्ल नहीं है, मेरे पास से थोड़ी अक्ल ले लो।” माँ से भी वह उल्टी-सीधी बात करता, कहता कि “तुम बूढ़ी हो गई हो इसलिए हर दिन बक-बक करती रहती हो"। बूढ़े माता पिता आंसू बहाने के सिवाय क्या कर सकते थे? जिस बेटे को लाड़ प्यार से पाला पोसा, आज वही उन्हें नसीहत दे रहा है। संस्कारों के अभाव में वह इतना बिगड़ गया था कि उसे सुधारना मुश्किल हो रहा था। यदि कोई उसको सीख देता तो उल्टा उनको ही गालियाँ देता और भगा देता। उसके आचरण से जंगल के सभी जानवर दुखी थे। हद तो तब हो गई जब उसने बूढ़े मेंढक को पहाड़ से नीचे फेंक दिया। (Jungle Stories | Stories) इससे सब जानवर चिंतित हो गए। आपस में सब चर्चा करने लगे कि किस तरह से मिंटू को सुधारा जाए। वहाँ पर उपस्थित जिंटी हिरणी ने कहा कि, “मेरे ख्याल से तो हमारे मे से किसी की भी बात मिंटू सुनने वाला नहीं है। उसको समझाना मुश्किल है। उसकी बात सुनकर सारे लोग मायूस हो गए। जिंटी हिरणी ने एक नाम सुझाया कि यदि गजराज हाथीदादा को बुलाकर इस समस्या के बारे में... उसकी बात सुनकर सारे लोग मायूस हो गए। जिंटी हिरणी ने एक नाम सुझाया कि यदि गजराज हाथीदादा को बुलाकर इस समस्या के बारे में बताएँगे तो वे कुछ रास्ता निकाल ही लेंगे, क्योंकि वे भगवान के भक्त हैं। वे हर दिन श्रीमद् भगवदगीता पढ़ते हैं और पाठशाला में सबको सिखाते भी हैं। (Jungle Stories | Stories) यह सुनकर सब प्राणियों को अच्छा लगा। सब लोग इकट्ठे होकर गजराज के दरबार में पहुँचे। सबने अपनी व्यथा उनको सुनाई। प्राणियों की व्यथा जानकर गजराज हाथीदादा को बड़ा दुःख हुआ। उन्होंने कहा, मैं रोज श्रीमद् भगवदगीता का पाठ करता हूँ। भगवद गीता में कहा गया है कि, “अभिमान करना अच्छी बात नहीं है, क्योंकि हर एक प्राणी मात्र के दिल में भगवान विराजमान हैं। सभी प्राणी उनकी संतान है। '' उन्होंने अपने अनुचरों को मिंटू जिराफ को पकड़कर लानें को कहा। मिंटू ने सुना कि गजराज हाथी दादा दुष्टों को नहीं छोड़ते हैं, इसलिये सारा जंगल उनका आदर करता था। (Jungle Stories | Stories) मिंटू जैसे ही गजराज दादा के दरबार में पहुँचा, उसने देखा कि उसके बूढ़े माता-पिता तथा आस-पड़ोस के जानवर भी वहाँ पर आये हुए थे। वहाँ पर सभी को देख मिंटू बड़ा शर्मिन्दा हुआ। गजराज दादा ने क्रोध करते हुए मिंटू को कहा कि, “मिंटू! अब तुम जवान हो गए हो, अपना खाना अपने आप ढूंढ कर खा लेते हो। इसलिये यह बात भूल गए हो कि जब तुम छोटे थे, अपने आप, खाना ला नहीं पाते थे, उस समय तुम ठीक से चल भी नहीं पाते थे।तब तुम्हारी सेवा तुम्हारे बूढ़े मा-बाप ही किया करते थे। तुम्हारे लिए खाना लाते थे, तुम्हारा हर पल ख्याल रखते थे। इसलिए तुम धीरे-धीरे बड़े होने लगे। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि ताकत आने से तुम घमंडी हो गए। (Jungle Stories | Stories) तुम्हारे ऊपर तुम्हारे माता-पिता ने जो उपकार किए उसे तुम भूल गए। अपने आप को बड़ा तीस मारखां समझ कर दूसरे प्राणियों को भी दुःखी करने लगे। इस प्रकार अपने माता-पिता को दुःखी करने से भगवान के दरबार में तुम दोषी सिद्ध होते हो, और उसकी सजा तुम्हें आने वाले कई जन्मों तक भुगतनी पड़ेगी। अपने बच्चों को पाल पोस कर बड़ा करना, उन्हें अच्छे संस्कार प्रदान करना यह माता-पिता का कर्तव्य है। और माता पिता का आदर करना पुत्र का कर्तव्य है।' मिंटू यह सुनकर बड़ा लज्ज्ति हो गया। हाथीदादा के आगे उसकी बोलती बंद हो गई। उसने अपने माता-पिता से माफी मांगी और उस दिन से उनकी दिलो-जान से सेवा करने लगा। (Jungle Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | bal kahani | Bal Kahaniyan | Hindi Bal Kahaniyan | short stories | kids hindi short stories | Short Hindi Stories | hindi short Stories | kids hindi jungle Stories | kids hindi stories | kids Jungle Stories | Kids Stories | hindi stories | Jungle Stories | Hindi Jungle Stories | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | बाल कहानियां | हिंदी बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानी | बाल कहानी | हिंदी कहानियाँ | छोटी कहानी | छोटी कहानियाँ | छोटी हिंदी कहानी | बच्चों की जंगल कहानी यह भी पढ़ें:- Jungle story: बुरा मत करो Jungle Story: जान बची तो लाखों पाए Jungle Story: मीठे हो गए अंगूर जंगल कहानी: पक्के दोस्त #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Bal Kahaniyan #Hindi Jungle Stories #Jungle Stories #Kids Stories #lotpot E-Comics #kids Jungle Stories #हिंदी बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी #hindi stories #hindi short Stories #Short Hindi Stories #short stories #हिंदी कहानियाँ #kids hindi stories #छोटी कहानियाँ #छोटी कहानी #kids hindi jungle Stories #बच्चों की जंगल कहानी #Hindi Bal Kahaniyan #बाल कहानियां #kids hindi short stories #लोटपोट ई-कॉमिक्स #हिंदी बाल कहानियाँ You May Also like Read the Next Article