Moral Story : क्रिसमस का जादुई तोहफा यह कहानी है दिल्ली शहर के एक छोटे से मोहल्ले की, जहाँ सभी लोग क्रिसमस की तैयारियों में व्यस्त थे। बच्चे गिफ्ट्स की उम्मीद कर रहे थे और हर घर में चमकते-दमकते क्रिसमस ट्री सजे हुए थे। By Lotpot 11 Nov 2024 in Moral Stories New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Moral Story-क्रिसमस का जादुई तोहफा :- यह कहानी है दिल्ली शहर के एक छोटे से मोहल्ले की, जहाँ सभी लोग क्रिसमस की तैयारियों में व्यस्त थे। बच्चे गिफ्ट्स की उम्मीद कर रहे थे और हर घर में चमकते-दमकते क्रिसमस ट्री सजे हुए थे। पर इस मोहल्ले में एक बच्चा ऐसा भी था, जिसका नाम था राहुल। राहुल को क्रिसमस बहुत पसंद था, लेकिन इस बार उसके पास कोई गिफ्ट खरीदने के पैसे नहीं थे। कहानी: राहुल उदास होकर अपने घर के बाहर बैठा था, तभी उसके दोस्त अमन और साक्षी आए। अमन: "अरे राहुल, तुम उदास क्यों हो? क्रिसमस का समय है, चलो हम सब मिलकर खेलते हैं!" राहुल: "नहीं अमन, इस बार मेरे पास गिफ्ट खरीदने के पैसे नहीं हैं, इसलिए मैं उदास हूँ। मुझे कोई गिफ्ट नहीं मिलेगा।" साक्षी ने उसकी परेशानी समझी और उसे दिलासा दिया। साक्षी: "राहुल, क्रिसमस सिर्फ गिफ्ट्स के बारे में नहीं है, यह प्यार और खुशियाँ बाँटने का त्योहार है।" राहुल ने थोड़ा मुस्कुराते हुए सिर हिलाया, लेकिन उसकी उदासी नहीं गई। जादुई घटना: उसी रात राहुल अपने कमरे में बैठा था और सोच रहा था कि कैसे वह अपने दोस्तों को गिफ्ट दे सके। तभी उसने अपने खिड़की से बाहर देखा। वहाँ एक जादुई सांता क्लॉज खड़ा था! सांता क्लॉज: "हैलो राहुल! मुझे पता चला कि तुम इस बार क्रिसमस की खुशियाँ मनाने के लिए कुछ परेशान हो।" राहुल चौंक गया और खुशी से उछल पड़ा। राहुल: "सांता! आप यहाँ? क्या आप सच में मुझे गिफ्ट देने आए हैं?" सांता मुस्कुराते हुए बोले: सांता क्लॉज: "राहुल, असली गिफ्ट वह है, जो तुम दूसरों को देते हो। अगर तुम अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुशियाँ बाँटोगे, तो तुम्हें भी खुशी मिलेगी। यह लो, एक जादुई थैला। इसमें ढेर सारे छोटे-छोटे गिफ्ट्स हैं, जो तुम अपने दोस्तों में बाँट सकते हो।" राहुल की आँखें चमक उठीं। उसने सांता से वह थैला लिया और धन्यवाद किया। खुशियों का बाँटने का समय: अगली सुबह राहुल ने मोहल्ले के सभी बच्चों को बुलाया। राहुल: "दोस्तों, मेरे पास आप सबके लिए गिफ्ट्स हैं! यह मेरे दिल से दिए गए हैं, इसलिए इन्हें अपनाओ और खूब खुश रहो।" सभी बच्चे खुश होकर गिफ्ट्स लेने लगे। अमन और साक्षी ने राहुल को गले लगाते हुए कहा: अमन: "राहुल, तुमने हमें सबसे अच्छा गिफ्ट दिया है - खुशियाँ और प्यार!" राहुल को अब समझ में आ गया था कि असली खुशी गिफ्ट्स में नहीं, बल्कि खुशियाँ बाँटने में है। नैतिक शिक्षा: क्रिसमस सिर्फ गिफ्ट्स का त्योहार नहीं है, यह प्यार, दया और खुशियाँ बाँटने का समय है। असली खुशी तब मिलती है, जब हम दूसरों को खुश करते हैं। बाल कहानी यहाँ और भी हैं :- Moral Story : आँख की बाती: सच्चे उजाले की कहानीMoral Story : गौतम बुद्ध और नीरव का अनमोल उपहारMoral Story : रोनक और उसका ड्रोनMoral Story : ईमानदारी का हकदार #Moral #bachon ki hindi moral story #hindi moral kahani #Hindi Moral Stories #Hindi Moral Story #hindi moral stories for kids #bachon ki moral story #Happy Christmas #Christmas Story #bachon ki moral kahani You May Also like Read the Next Article