मिठाई का डिब्बा: एक मजेदार कहानी
एक छोटे से गाँव में एक बहुत ही मस्तमौला लड़का रहता था, जिसका नाम चिंटू था। चिंटू को मिठाइयाँ खाने का बहुत शौक था। उसकी मम्मी हमेशा कहतीं, "चिंटू, इतनी मिठाई खाएगा तो तुम्हारे दांत खराब हो जाएंगे!"
एक छोटे से गाँव में एक बहुत ही मस्तमौला लड़का रहता था, जिसका नाम चिंटू था। चिंटू को मिठाइयाँ खाने का बहुत शौक था। उसकी मम्मी हमेशा कहतीं, "चिंटू, इतनी मिठाई खाएगा तो तुम्हारे दांत खराब हो जाएंगे!"
एक गरीब किसान दिनभर मेहनत करके अन्न इकट्ठा करता था। जब भी उसके पास थोड़ा अनाज इकट्ठा हो जाता, वह उसे एक पोटली (थैली) में बांधकर रख लेता, ताकि भविष्य में काम आ सके।
तीन बच्चे आपस में बैठे माँ के प्यार के बारे में चर्चा कर रहे थे कि कौन अपनी माँ को सबसे ज्यादा प्यार करता है। बच्चों की बातें सुनने लायक थीं और हर एक की बात में उनकी माँ के प्रति उनका नजरिया झलक रहा था।
प्राचीन समय में महिलारोप्या नामक राज्य पर राजा अमराशक्ति का शासन था। वह प्रजा के प्रति अत्यंत न्यायप्रिय और बुद्धिमान शासक थे। हालांकि, उन्हें अपने तीन बेटों—बहुशक्ति, उग्रशक्ति, और अनंतशक्ति को लेकर हमेशा चिंता रहती थी।
बाल कहानी: वरदान- रामनगर में एक पोखर था। वह बरसात के दिनों में खूब भर जाता था, लेकिन सर्दी और गरमी में सूखा रहता था। इस कारण सारी मछलियाँ पाताल लोक में चली जाती थीं।
बहुत समय पहले की बात है, एक राज्य था जहां राजा रामभद्र राज करते थे। उनकी दयालुता और न्यायप्रियता के कारण प्रजा उन्हें भगवान की तरह पूजती थी। उनका नाम पूरे राज्य में सद्भावना और उदारता का प्रतीक बन गया था।
गांव के पास एक छोटा-सा कस्बा था, जहां रामू नाम का एक साधारण लड़का रहता था। रामू गरीब था, लेकिन उसकी सबसे बड़ी खासियत थी उसकी ईमानदारी। वह गांव वालों के काम में मदद करके अपना गुजारा करता था।