Moral Story - ईमानदारी की कीमत

विद्यालय में पी.टी. के शिक्षक सर मेलन बच्चों के खेलते समय उनकी सावधानी पर नजर रख रहे थे। सभी छात्र खेल के मैदान में अपनी ऊर्जा के साथ झूम रहे थे, लेकिन सर की नजरें एक विशेष घटना पर टिक गईं।

By Lotpot
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Moral Story Price of Honesty
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Moral Story Price of Honesty- (ईमानदारी की कीमत) :- विद्यालय में पी.टी. के शिक्षक सर मेलन बच्चों के खेलते समय उनकी सावधानी पर नजर रख रहे थे। सभी छात्र खेल के मैदान में अपनी ऊर्जा के साथ झूम रहे थे, लेकिन सर की नजरें एक विशेष घटना पर टिक गईं। उन्होंने देखा कि छोटी-छोटी बातों पर लड़कियां झगड़ा कर रही थीं। सर को यह देखकर हैरानी हुई और उन्होंने उन्हें शांत किया।

थोड़ी देर बाद, एक लड़की, जिसका नाम दिव्या था, सर के पास आई और गंभीरता से बोली, “सर, मुझे आपसे एक बहुत बड़ी बात कहनी है।” पी.टी. सर ने उसकी तरफ देखा और मुस्कुराते हुए पूछा, “कोई बड़ी बात है, मेरे बेटे?”

दिव्या ने बताया, "सर, मेरे खाने का टिफिन गायब हो गया है।" सर ने सोचा कि यह एक साधारण घटना है, लेकिन दिव्या ने फिर से कहा, "यह रोज़ का मामला बन गया है, सर। कोई बच्चा चोरी कर रहा है और इसे रोकना ज़रूरी है।"

सर ने बच्चों से पूछा, “क्या किसी को पता है कि यह चोरी कौन कर रहा है?” पूरे मैदान में सन्नाटा छा गया। सभी बच्चों ने सिर झुका लिया। फिर सर ने एक योजना बनाई। उन्होंने कहा, "आज हम सभी के बैग की तलाशी लेंगे। जो भी चोर होगा, उसे सच में शर्म आनी चाहिए।"

जब बैग की तलाशी ली गई, तो एक बच्ची के बैग में वह टिफिन और कुछ खाने के अन्य सामान भी मिल गए। सर ने उस बच्ची को अपने पास बुलाया और प्यार से पूछा, “बेटा, यह तुम क्यों कर रही हो?”

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बच्ची ने आँसू भरी आँखों से कहा, “सर, मेरे पापा बीमार हैं और मम्मी के पास खाने का इंतज़ाम नहीं है। इसलिए मैं चुपचाप दूसरों का खाना ले लेती हूँ।” सर के चेहरे पर गहरी सोच की लकीरें खिंच गईं। उन्होंने उसे समझाया कि “ईमानदारी और मेहनत से ही तुम्हारी समस्या का समाधान हो सकता है। चोरी से नहीं। अगर तुमने पहले बताया होता, तो हम सभी तुम्हारी मदद करते।”

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यह सुनकर बच्चों ने भी उस बच्ची की मदद करने का संकल्प लिया। हर बच्चा अपनी मर्जी से उसे टिफिन देने लगा। दिव्या और अन्य बच्चों ने सीखा कि दूसरों की समस्याओं को समझकर ही समाज में एकता और सहयोग का भाव बनाया जा सकता है। इस घटना ने सभी को एक नई सीख दी कि जब हम सभी मिलकर आगे बढ़ते हैं, तो किसी को भी कठिनाई का सामना अकेले नहीं करना पड़ता।

Moral: ईमानदारी और सहयोग ही किसी समस्या का सही समाधान हैं।

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