Motivational Story: परमात्मा और किसान एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया। कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये। हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल खराब हो जाये। By Lotpot 14 Feb 2024 in Stories Motivational Stories New Update परमात्मा और किसान Motivational Story परमात्मा और किसान:- एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया। कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये। हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल खराब हो जाये। एक दिन तंग आ कर उसने परमात्मा से कहा, देखिये प्रभु, आप परमात्मा हैं, लेकिन लगता है आपको खेती बाड़ी की ज्यादा जानकारी नहीं है, एक प्रार्थना है कि एक साल मुझे मौका दीजिये, जैसा मै चाहूं वैसा मौसम हो, फिर आप देखना मै कैसे अन्न के भण्डार भर दूंगा। परमात्मा मुस्कुराये और कहा ठीक है, जैसा तुम कहोगे वैसा ही मौसम दूंगा, मैं दखल नहीं दूंगा। (Motivational Stories | Stories) किसान ने गेहूं की फसल बोई, जब धूप चाही, तब धूप मिली, जब पानी तब पानी। तेज धूप, ओले, बाढ़, आंधी तो उसने आने ही नहीं दी, समय के साथ फसल बढ़ी और किसान की खुशी भी, क्योंकि ऐसी फसल तो आज तक नहीं हुई थी। किसान ने मन ही मन सोचा अब पता चलेगा परमात्मा को, की फसल कैसे उगाते हैं, बेकार ही इतने बरस हम किसानो को परेशान करते रहे। फसल काटने का समय भी आया, किसान बड़े गर्व से फसल काटने गया, लेकिन... फसल काटने का समय भी आया, किसान बड़े गर्व से फसल काटने गया, लेकिन जैसे ही फसल काटने लगा, एकदम से छाती पर हाथ रख कर बैठ गया। गेहूं की एक भी बाली के अन्दर गेहूं नहीं था, सारी बालियाँ अन्दर से खाली थीं, बड़ा दुखी होकर उसने परमात्मा से कहा ,प्रभु ये क्या हुआ? (Motivational Stories | Stories) तब परमात्मा बोले "ये तो होना ही था, तुमने पौधों को संघर्ष का जरा सा भी मौका नहीं दिया। ना तेज धूप में उनको तपने दिया, ना आंधी ओलों से जूझने दिया, उनको किसी प्रकार की चुनौती का अहसास जरा भी नहीं होने दिया, इसीलिए सब पौधे खोखले रह गए, जब आंधी आती है, तेज बारिश होती है ओले गिरते हैं तब पौधा अपने बल से ही खड़ा रहता है, वो अपना अस्तित्व बचाने का संघर्ष करता है और इस संघर्ष से जो बल पैदा होता है वही उसे शक्ति देता है, उर्जा देता है, उसकी जीवटता को उभारता है। सोने को भी कुंदन बनने के लिए आग में तपने, हथौड़ी से पिटने, गलने जैसी चुनौतियों से गुजरना पड़ता है तभी उसकी स्वर्णिम आभा उभरती है,उसे अनमोल बनाती है।’’ (Motivational Stories | Stories) उसी तरह जिंदगी में भी अगर संघर्ष ना हो ,चुनौती ना हो तो आदमी खोखला ही रह जाता है, उसके अन्दर कोई गुण नहीं आ पाता। ये चुनौतियां ही हैं जो आदमी रूपी तलवार को धार देती हैं, उसे सशक्त और प्रखर बनाती हैं, अगर प्रतिभाशाली बनना है तो चुनौतियां तो स्वीकार करनी ही पड़ेंगी, अन्यथा हम खोखले ही रह जायेंगे। अगर जिंदगी में प्रखर बनना है, प्रतिभाशाली बनना है, तो संघर्ष और चुनौतियों का सामना तो करना ही पड़ेगा। (Motivational Stories | Stories) lotpot-e-comics | bal kahani | bal-kahaniyan | hindi-bal-kahaniyan | short-motivational-stories | short-stories | short-hindi-stories | hindi-short-stories | hindi-stories | motivational-stories | kids-motivational-stories | hindi-motivational-stories | kids-hindi-motivational-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-khaaniyaan | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | chottii-khaanii | chottii-khaaniyaan | chottii-hindii-khaanii | bccon-kii-prerk-khaaniyaan यह भी पढ़ें:- Motivatinal Story: एक साधारण घटना Motivational Story: मोची का लालच Motivational Story: पिता की आँखें Motivational Story: तरकीब #Hindi Motivational Stories #Short Motivational Stories #lotpot E-Comics #छोटी कहानी #छोटी कहानियाँ #Short Hindi Stories #Motivational Stories #हिंदी कहानियाँ #Bal Kahaniyan #लोटपोट #बाल कहानी #Kids Hindi Motivational Stories #हिंदी बाल कहानी #Hindi Bal Kahaniyan #बच्चों की प्रेरक कहानियाँ #hindi stories #Kids Stories #hindi short Stories #short stories #Bal kahani #लोटपोट इ-कॉमिक्स #kids motivational stories #छोटी हिंदी कहानी #Lotpot You May Also like Read the Next Article