Motivational story: कमल की बहादुरी कमल ने अपनी गुल्लक ज़मीन पर उड़ेल दी। बहुत सारे सिक्के ज़मीन पर बिखर गये। कमल ने उन्हें गिनना शुरू कर दिया। उसका उस समय आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं रहा जब उसने देखा कि वे सिक्के कुल मिलाकर 1000 रुपये के लगभग थे। By Lotpot 13 Jan 2024 in Stories Motivational Stories New Update कमल की बहादुरी Motivational story कमल की बहादुरी:- कमल ने अपनी गुल्लक ज़मीन पर उड़ेल दी। बहुत सारे सिक्के ज़मीन पर बिखर गये। कमल ने उन्हें गिनना शुरू कर दिया। उसका उस समय आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं रहा जब उसने देखा कि वे सिक्के कुल मिलाकर 1000 रुपये के लगभग थे। (Motivational Stories | Stories) वह खुशी से उछलता कूदता मम्मी के पास गया और उत्साह से बोला- देखो मम्मी, मैंने धीरे धीरे कितने सारे रुपये इकट्ठे कर लिए हैं, पूरे 1000 रुपये हैं।’ मम्मी ने मुस्कराते हुए कहा ‘देखो बेटे, मैंने तुमसे कहा था ना कि बून्द-बून्द से सागर भरता है। तेरी रोज़ की मामूली बचतों से आज कितनी बड़ी रकम इकट्ठी हो गई है। अब तुम्हें बचत का महत्व मालूम पड़ गया ना।’ (Motivational Stories | Stories) फिर मम्मी कुछ सोचकर बोलीं- अगर बेटे तू इन्हें किसी बैंक में जमा कर दे तो ये रुपये दुगने हो जायेंगे।’ कमल प्रसन्नता भरे शब्दों में बोला ‘अच्छा मम्मी, मैं इन्हें बैंक में जमा करवा देता हूँ। जब काफी पैसे इकट्ठे हो जायेंगे तो मैं इनसे एक छोटी सी साइकिल खरीदूंगा फिर खूब घूमा करूंगा।’ (Motivational Stories | Stories) कमल एक बारह वर्षीय होनहार लड़का था। वह पढ़ने लिखने में भी काफी तेज़ था। कुछ दिनों पहले उसने मम्मी की सलाह पर अपने जेब खर्च के पैसों से बचत करनी प्रारम्भ कर दी थी, उसकी मामूली बचतें आज एक बड़ी रकम बन गयी थीं। (Motivational Stories | Stories) कमल ने सोचा मम्मी ठीक कहती हैं अगर वह इन पैसों को बैंक में जमा करवा देगा तो ये पैसे ब्याज मिलने के कारण काफी हो जाएगे। फिर कमल ने जल्दी से नए कपड़े पहने और पैसों को अपने पर्स में रखकर उन्हें बैंक में जमा कराने के लिये घर से बाहर निकल गया। कुछ देर बाद कमल बैंक में पहुँच गया। इस समय दोपहर के बारह बजे थे और बैंक में काफी भीड़ थी। काउन्टर पर कुछ लोग अपने पैसे जमा करवा रहे थे तो कुछ लोग निकलवा रहे थे। कमल अपनी बारी की प्रतीक्षा में दरवाजे के पास रखी बेंच पर बैठ गया। (Motivational Stories | Stories) अचानक बैंक में उस समय सनसनी फैल गयी। जब सब लोगों ने देखा के दो नकाबपोश तेजी से बैंक के अन्दर... अचानक बैंक में उस समय सनसनी फैल गयी। जब सब लोगों ने देखा के दो नकाबपोश तेजी से बैंक के अन्दर पिस्तौल लेकर घुसे। एक नकाबपोश ने दरवाजे के पास खड़े गार्ड के पीछे अपनी पिस्तौल अड़ा दी जिससे गार्ड कुछ भी कर सकने में असमर्थ हो गया और दूसरा नकाबपोश बैंक के काउन्टर के पास खड़ा हो गया और चिल्लाकर बोला अगर आप लोग अपनी जान की खैरियत चाहते हैं तो चुपचाप अपनी जगह खड़े रहिये। किसी ने भी अगर हिलने की कोशिश की तो मेरी पिस्तौल से गोली चल जाएगी।’ (Motivational Stories | Stories) उसके बाद उस नकाबपोश ने कैशियर की तरफ बैग बढ़ाते हुए कहा, बैंक के लाकर में जितने भी रुपये हैं तुरन्त बैग में भरकर मेरे हवाले करो वर्ना किसी भी अंजाम के लिये तुम्हीं जिम्मेदार होगे।’ केशियर डर के मारे तुरन्त सभी रुपये इकट्ठे करके बैग में भरने लगा। वहाँ पर उपस्थित सभी लोगों के चेहरे भय से सफेद पढ़ गये थे। किसी की इतनी हिम्मत नहीं हो रही थी कि कोई उन्हें रोक सके। सब फ्त्थर की मूर्ति की तरह खामोश खड़े थे। (Motivational Stories | Stories) कमल भी बैंक में बैठा हुआ यह सब नज़ारा देख रहा था। लेकिन उसके चेहरे पर भय के कोई चिन्ह न थे वह सोच रहा था कि इन लुटेरों को कैसे रोका जाए। अचानक उसके दिमाग में एक तरकीब बिजली की तरह कौन्धी। वह सतर्क होकर अपनी जगह पर बैठ गया। नकाबपोश ने कैशियर से रुपयों वाला बैग लिया और पिस्तौल से हवाई फायर करके सबको धमकाता हुआ बैंक के दरवाजे की तरफ बढ़ने लगा। कमल बिल्कुल दरवाजे के किनारे पर बैठा था। जैसे ही नकाबपोश दरवाजे के पास आया और बाहर की तरफ बढ़ने लगा। कमल ने धीरे से अपने पैर दरवाजे के आगे अड़ा दिये। (Motivational Stories | Stories) नकाबपोश सामने की तरफ देखने में व्यस्त था। वह नीचे नहीं देख पाया और कमल के पैरों से उलझकर अपना संतुलन खो बैठा और गार्ड के पीछे खड़े नकाबपोश से टकराकर गिर पड़ा। उसके हाथ से पिस्तौल और बैग छूट गया। (Motivational Stories | Stories) गार्ड के लिए इतना मौका काफी था। उसने तुरन्त अपनी राइफल उन दोनों के सीने पर अड़ा दी और कहा- ‘चुपचाप खड़े हो जाओ और अपने हाथ ऊपर कर लो।’ बैंक में हर्ष की लहर फैल गयी। किसी ने तुरन्त पुलिस स्टेशन में खबर कर दी। पुलिस ने आकर उन दोनों नकाबपोशों के हाथों में हथकड़ी पहना दी। वहाँ उपस्थित सभी लोग कमल की बहादुरी की तारीफ कर रहे थे। बैंक मैनेजर ने कमल की पीठ थपथपाते हुए इन्स्पैक्टर से कहा, इन्स्पैक्टर साहब आज इस वीर बालक के कारण बैंक डकैती होने से बच गई। मैं इस बहादुर बालक को अपनी तरफ से 500 रुपये का इनाम देने की घोषणा करता हूँ। (Motivational Stories | Stories) कमल जब घर लौटा तो उसके माता पिता ने उसे प्यार से गले लगा लिया और कहा बेटे आज हमें तुम्हारे ऊपर गर्व है। तूने आज अपने साहसपूर्ण कारनामे से हमारा नाम रोशन कर दिया है। दूसरे दिन नगर के प्रमुख समाचार पत्रों में कमल की तस्वीर के साथ यह खबर बड़े शीर्षकों में छपी ‘कमल नामक वीर बालक के कारण एक बड़ी बैंक डकैती होने से बच गई। देश के राष्ट्रपति द्वारा इस वीर बालक को पुरस्कार दिया जायेगा।’ (Motivational Stories | Stories) lotpot-e-comics | hindi-bal-kahania | bal kahani | short-stories | short-hindi-stories | hindi-short-stories | hindi-stories | hindi-kids-stories | hindi-motivational-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | 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