Motivational Story: आज़ादी की कीमत जैसे ही रात हुई, आस-पड़ोस के बच्चों ने दादी को फिर आ घेरा कहानी सुनने के लिए। बच्चों में अजय, संजय, दिलीप, गीता, राजू, मोहम्मद और सरदार अचरज सिंह का बेटा रणजीत व जेकब सभी थे। By Lotpot 09 Dec 2023 in Stories Motivational Stories New Update आज़ादी की कीमत Motivational Story आज़ादी की कीमत:- जैसे ही रात हुई, आस-पड़ोस के बच्चों ने दादी को फिर आ घेरा कहानी सुनने के लिए। बच्चों में अजय, संजय, दिलीप, गीता, राजू, मोहम्मद और सरदार अचरज सिंह का बेटा रणजीत व जेकब सभी थे। (Motivational Stories | Stories) अजय और संजय परी की कहानी सुनना चाहते थे और गीता, गुड़िया को और मोहम्मद को भूत की। इतने में रणजीत ने कहा- ‘दादी, जल्दी से कोई कहानी शुरु करो। कल पंद्रह अगस्त है और हमें जल्दी स्कूल जाना है।’ इतने में सभी शांत हो गए थे। अब दादी ने पूछा- ‘अच्छा! तुम में से कोई यह तो बताओ यह पंद्रह अगस्त क्या है?’ सभी चुप। (Motivational Stories | Stories) दादी ने कहानी शुरु की- ‘चलो, मैं तुम्हें आज पंद्रह अगस्त की ही कहानी सुनाती हूँ।’ ‘बहुत पुरानी बात है... दादी ने कहानी शुरु की- ‘चलो, मैं तुम्हें आज पंद्रह अगस्त की ही कहानी सुनाती हूँ।’ ‘बहुत पुरानी बात है हमारा देश भारत वर्ष पहले मुसलमानो और बाद में अंग्रेज़ों का गुलाम रहा।’ गीता ने पूछा, ‘दादी माँ! गुलाम क्या होता है?’ दादी ने उसका समाधान करते हुए कहा, ‘बेटी! गुलाम का मतलब होता है कोई भी काम अपनी इच्छा से न कर पाना। सभी कुछ अपने मालिकों की मर्ज़ी जैसा करना।’ मोहम्मद बीच में ही बोल उठा ‘दादी माँ यह तो बड़ा मुश्किल काम है कि हम अपनी मर्ज़ी के मुताबिक कुछ भी न कर पाएं।’ ‘हां बेटा, बड़ा मुश्किल होता है।’ दादी ने एक गहरी सांस भरते हुए कहा, ‘न अपनी मर्ज़ी से सोना, न उठना, न काम करना सब कुछ।’ (Motivational Stories | Stories) ‘दादी ने आगे बताया- ‘इस घुटन के वातावरण में ही हमारे यहाँ कुछ जांबाज़ लोगों ने योजना बनाई कि देश को गुलामी से छुड़ाना चाहिए और इसी उद्देश्य से सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सुभाषचंद्र बोस और मदनलाल ढींगरा जैसे कई लोगों को इकट्ठा किया, पर इसकी खबर किसी को कानों कान न लगने पाई।’ रणजीत बीच में ही बोल पड़ा- ‘यह तो और भी मुश्किल काम रहा होगा’। दादी बोली, ‘हाँ बेटा, अंग्रेज़ों ने उन पर बड़े जुल्म ढाए। भगत सिंह को पकड़ लिया और फांसी दे दी पर मरते-मरते भी उसने ‘जयहिंद’ ही कहा। अमृतसर के जलियावाला बाग में लोगों को गोलियों से भून दिया गया।’ मोहम्मद ने कानों को हाथ लगाते हुए कहा- ‘या अल्लाह! फिर तो बड़ा खून खराबा हुआ होगा।’ दादी ने अपनी आँखे पोछी और बोली, ‘हाँ बेटे चंद्रशेखर आज़ाद को भी एक दिन पुलिस ने इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के एक पार्क में घेर कर मार डाला। मदनलाल ढींगरा ने अंग्रेज़ों की सभा में बम फेंकने की कोशिश की पर बेचारा वह भी सफल नहीं हो पाया और पकड़ा गया। सुभाष चंद्र बोस को तो भारत ही छोड़ना पड़ा पर बोस ने हिम्मत नहीं हारी और देश से बाहर रहकर देश को आज़ाद कराने की कोशिश बरकरार रखी। भारत में कई आंदोलन हुए। जवाहरलाल नेहरु और महात्मा गांधी को भी जेल में बंद कर दिया गया।’ (Motivational Stories | Stories) आखिर एक दिन तंग आकर अंग्रेज़ों ने भारत छोड़ने का निश्चय कर लिया और 15 अगस्त 1947 को अंग्रेज़ हिंदुस्तानियों को भारत सौंप कर चले गए और तब से हमने आज़ादी में साँस लेना शुरु किया।’ (Motivational Stories | Stories) सभी बच्चे एक साथ बोले- ‘दादी माँ तब तो हमें आज़ादी बहुत महंगी पड़ी।’ ‘हाँ बेटा’ दादी ने बताया हमें आज़ादी की कीमत समझनी चाहिए और इस आज़ादी को मरते दम तक बनाए रखना हमारा काम है। ’सभी खुश होकर बोले- ‘दादी माँ हम भी बड़े होकर देश की आज़ादी को बनाए रखेंगे और देश के काम आएंगे। अब आज़ादी की कीमत हम समझ गए है।’ फिर सभी बच्चे सोने चले गए अपने-अपने घर। (Motivational Stories | Stories) lotpot-e-comics | kids-motivational-stories | hindi-bal-kahania | bal kahani | hindi-kids-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | bccon-kii-prerk-khaaniyaan यह भी पढ़ें:- Motivational Story: कर्तव्यहीनता Motivational Story: शिष्टाचार का सबक Motivational Story: मुनीम और नौकर Motivational Story: सबसे कीमती मॉडल #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Motivational Stories #Hindi Kids Stories #Hindi Bal kahania #Kids Stories #kids motivational stories #बच्चों की प्रेरक कहानियाँ #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी You May Also like Read the Next Article