प्रेरक कहानी: नन्ही नदी की तीन मछलियाँ और एक सबक
"नन्ही नदी की तीन मछलियाँ और एक सबक" कहानी में तीन दोस्त मछलियाँ—सुनहरी, नीलम, और रूबी—एक नदी में रहती हैं। नीलम मछुआरों की बात सुनकर खतरे की चेतावनी देती है,
"नन्ही नदी की तीन मछलियाँ और एक सबक" कहानी में तीन दोस्त मछलियाँ—सुनहरी, नीलम, और रूबी—एक नदी में रहती हैं। नीलम मछुआरों की बात सुनकर खतरे की चेतावनी देती है,
"हाथी गजेंद्र की मानसिक जंजीर" कहानी में एक सर्कस के हाथी गजेंद्र और उसके साथी पतली रस्सी से बँधे रहते हैं, लेकिन बचपन से मिले डर के कारण वे उसे तोड़ने की कोशिश नहीं करते। एक बच्चे अर्जुन के सवाल और प्रोत्साहन से गजेंद्र अपने डर को तोड़ता है
"सुनहरा हंस और लालच का सबक" कहानी में सोनू नाम का एक सुनहरा हंस मालती और उसकी बेटियों की मदद करता है। वह उन्हें अपने सुनहरे पंख देता है, जिसे बेचकर वे अपनी ज़िंदगी बेहतर करते हैं।
"बूढ़े गंगाराम की खुशी की खोज" कहानी में गंगाराम नाम का एक बूढ़ा व्यक्ति हमेशा उदास रहता है और शिकायत करता है। गाँव वाले उससे दूर रहते हैं। लेकिन 80 साल की उम्र में गंगाराम को अहसास होता है
"गुलाबी की अहंकार भरी सीख" कहानी में रेगिस्तान में एक गुलाब का पौधा, गुलाबी, अपनी खूबसूरती पर घमंड करता है और पास के कैक्टस, काँटा, का मज़ाक उड़ाता है। लेकिन जब रेगिस्तान में गर्मी पड़ती
"कौओं की गिनती का रहस्य" कहानी में राजा विक्रम अपनी सभा में एक सवाल पूछते हैं—शहर में कितने कौए हैं? कोई जवाब नहीं दे पाता, लेकिन चतुर वीरसेन एक मनगढ़ंत संख्या, 32,456, बताकर कहते हैं
"मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते हैं। वे इन तीनों चीज़ों को उबालकर दिखाते हैं