जासूसी कहानी - जासूस नन्हा कृष्णा
एक छोटे से गाँव में, जहाँ हर कोई शांतिपूर्वक जीवन जीता था, वहाँ एक नन्हा सा लड़का कृष्णा रहता था। कृष्णा को बचपन से ही जासूसी का बहुत शौक था। उसे हमेशा नई-नई रहस्यमय घटनाओं का पता लगाने में मजा आता था।
एक छोटे से गाँव में, जहाँ हर कोई शांतिपूर्वक जीवन जीता था, वहाँ एक नन्हा सा लड़का कृष्णा रहता था। कृष्णा को बचपन से ही जासूसी का बहुत शौक था। उसे हमेशा नई-नई रहस्यमय घटनाओं का पता लगाने में मजा आता था।
बहुत समय पहले की बात है, एक घना जंगल था, जहां पेड़-पौधे, रंग-बिरंगे फूल और जानवरों की भरमार थी। जंगल के बीचों-बीच एक छोटी सी चिप्पी नाम की चूहिया रहती थी।
हरे-भरे जंगल में सभी जानवर खुशी-खुशी रहते थे। वहाँ भोलू भालू, चिंटू बंदर, गप्पू खरगोश और मिठू तोता जैसे कई दोस्त थे। लेकिन उनकी मस्ती में खलल डालने के लिए एक नई परेशानी आ गई – 'कल्लू सांप'!
गाँव में राजू, पिंकी, सोनू और मोनू नाम के चार शरारती दोस्त रहते थे। वे पूरे गाँव में अपनी मस्ती और मजेदार कारनामों के लिए मशहूर थे। लेकिन उनके गाँव की सबसे बड़ी मुसीबत थी—भोलू काका का आँगन!
एक घने जंगल में सभी जानवर मिलजुल कर रहते थे। एक दिन, जंगल के राजा शेर सिंह ने घोषणा की कि अगले पूर्णिमा की रात को एक भव्य उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें सभी जानवर अपनी-अपनी पसंदीदा वस्तुएं लाकर साझा करेंगे।
एक छोटे से शहर में, जहाँ हर दिल में बड़े सपने पलते थे, वहीं रहता था आर्यन नाम का एक नन्हा बच्चा। आर्यन का मन हमेशा ऊँचे-ऊँचे सपने देखने में लगा रहता था, पर रोजमर्रा की जिंदगी उसे छोटे-छोटे कदमों में बाँध लेती थी।
एक छोटे से गाँव में एक बहुत ही मस्तमौला लड़का रहता था, जिसका नाम चिंटू था। चिंटू को मिठाइयाँ खाने का बहुत शौक था। उसकी मम्मी हमेशा कहतीं, "चिंटू, इतनी मिठाई खाएगा तो तुम्हारे दांत खराब हो जाएंगे!"