Bal Kavita: कलरव

By Lotpot
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कलरव 

मुर्गा बोला उठो सवेरे, मोर बताता रहो हरे रे ।
तोता कहता मेवे ख़ाओ, चिड़िया कहती गाना गाओ॥


चील बोलती दूर उड़ो तुम, मैना कहती पढ़ो पढ़ो तुम।
कोयल कहती मीठा बोलो, हंस बताता वृथा न डोलो ॥

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