Bal Kavita: नई परिभाषा

By Lotpot
New Update
teacher

नई परिभाषा

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

कक्षा के अन्दर एक अध्यापक पढ़ा रहे थे।

सब छात्रों को हिन्दो 'मीनिंग' बता रहे थे॥

कहने लगे कि मोहन! अब तुम खड़े हो जाओ।

कहते हैं सन्तरी किसको मुझको ज़रा बताओ॥

धीरे से उठा मोहन, चुप चाप हुआ खड़ा।

सन्तरी का अर्थ कुछ भी वह बता न सका॥

एक दम उठा झट से और बोला यूं, धन्वन्तरी।

सन्तरे की बीवी को कहते हैं साहब सन्तरी॥

lotpot-latest-issue | manoranjak-bal-kavita | entertaining-kids-poem | lottpott-kvitaa | लोटपोट | bccon-kii-mnornjk-kvitaa

यह भी पढ़ें:-

Bal Kavita: पण्डित भोजन भट्ट

Bal Kavita: धरा गोल है

Bal Kavita: चलो चाँद पर जाएँ

छतरी की प्यारी सी कविता