Bal Kavita: नई परिभाषा By Lotpot 31 Oct 2023 in Poem New Update नई परिभाषा कक्षा के अन्दर एक अध्यापक पढ़ा रहे थे। सब छात्रों को हिन्दो 'मीनिंग' बता रहे थे॥ कहने लगे कि मोहन! अब तुम खड़े हो जाओ। कहते हैं सन्तरी किसको मुझको ज़रा बताओ॥ धीरे से उठा मोहन, चुप चाप हुआ खड़ा। सन्तरी का अर्थ कुछ भी वह बता न सका॥ एक दम उठा झट से और बोला यूं, धन्वन्तरी। सन्तरे की बीवी को कहते हैं साहब सन्तरी॥ lotpot-latest-issue | manoranjak-bal-kavita | entertaining-kids-poem | lottpott-kvitaa | लोटपोट | bccon-kii-mnornjk-kvitaa यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: पण्डित भोजन भट्ट Bal Kavita: धरा गोल है Bal Kavita: चलो चाँद पर जाएँ छतरी की प्यारी सी कविता #entertaining kids poem #manoranjak bal kavita #bal kavita #बच्चों की मनोरंजक कविता #Lotpot latest Issue #लोटपोट #लोटपोट कविता # kids poem #Lotpot You May Also like Read the Next Article