बाल कविता : दूरबीन

यह कविता "दूरबीन" की अद्भुत दुनिया को दर्शाती है। इसमें दूरबीन की मदद से बच्चों की कल्पना शक्ति और जिज्ञासा को बढ़ाने की बात की गई है। चाँद, तारे, ग्रह, और आकाश के अनोखे नजारे, बच्चों को ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज में प्रेरित करते हैं।

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यह कविता "दूरबीन" की अद्भुत दुनिया को दर्शाती है। इसमें दूरबीन की मदद से बच्चों की कल्पना शक्ति और जिज्ञासा को बढ़ाने की बात की गई है। चाँद, तारे, ग्रह, और आकाश के अनोखे नजारे, बच्चों को ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज में प्रेरित करते हैं। दूरबीन सिर्फ एक यंत्र नहीं, बल्कि ज्ञान का माध्यम है, जो विज्ञान और खोज की नई राहें खोलता है। कविता बच्चों को वैज्ञानिक सोच और खोजी स्वभाव अपनाने की प्रेरणा देती है।

दूरबीन

दूर गगन में चमचम करते,
हमसे लुकाते चंदा-तारे।
लगता है हम इनके घर जाएं,
ये आ जाएं पास हमारे।

देख रहा हूँ दूरबीन से,
आसमान के नए नजारे।
उड़ते यान, दौड़ते पंछी,
आसमान में घूमते गुब्बारे।

दूरबीन से दिखते सपने,
चाँद, सितारे, ग्रह, गगन।
ब्रह्मांड के राज जानने,
मन का होता नया जतन।

धरती से नभ तक नजरें,
खुला विशाल यह जग सारा।
हर ग्रह पर खोज चलाऊं,
क्यों चमकता है हर तारा।

बच्चे बनें वैज्ञानिक सब,
दूरबीन से ज्ञान बढ़ाएं।
धरती से नभ तक देखें,
ब्रह्मांड के रंग लुभाएं।

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