बाल कविता: मोटे भैया शिकारी

ByLotpot
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मोटे भैया शिकारी

मोटेभैयाबन गयेशिकारी,

लेकरएकबड़ीतलवार।

शेरदेखकरथागुर्राया,

भैयानेभीसांसबढ़ाया।

खरर-खररकीहुईआवाज़,

बजनेलगाअनोखासाज़।

सुनकरशेरबड़ाघबराया,

मुझसेकौनबहादुरआया।

भागगयाजंगलकाराजा,

भैयाआएबजातेबाजा।

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