राजा वीरभद्र सिंह के दरबार में एक दरबारी था चन्द्रपाल। वह बहुत ही मक्कार था। उसने राजा पर इस बात का सिक्का जमा रखा था कि वह तलवारों का कुशल पारखी है। उनके गुण दोषों में भेद करना जानता है। चन्द्रपाल के इसी गुण से प्रभावित होकर राजा ने उसे अपने दरबार में नौकरी दी थी।
27Oct2021