बाल कहानी - सिंड्रेला की कहानी
Web Stories: एक वक्त की बात है, एक बहुत ही दुखी लड़की थी। उसकी मां बचपन में ही मर गई थी और उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी, जो बेवा थी और जिनके दो बेटियां भी थी। उसकी
Web Stories: एक वक्त की बात है, एक बहुत ही दुखी लड़की थी। उसकी मां बचपन में ही मर गई थी और उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी, जो बेवा थी और जिनके दो बेटियां भी थी। उसकी
Web Stories: अमन एक नासमझ, छोटा बालक था। पढ़ाई में तेज तो शैतानी में भी आगे था। स्कूल से पढ़ाई खत्म होने के बाद वह अक्सर बाहर खेलने-कूदने जाया करता था। अमन का एक
Web Stories पुराना साल बीत चुका था। नए वर्ष का प्रथम दिन था। विद्यालय में पहली घंटी अभी-अभी बज कर खामोश हुई थी। कक्षा में हर विद्यार्थी अपने-अपने सहपाठी से अपनी
Web Stories: रहमत की ऊंटनी उसके लिए मरूस्थल का जहाज थी। वह एक छोटा व्यापारी था जो राजस्थान के एक गांव में रहता था उस का कारोबार अच्छा चल रहा था।
Web Stories: एक बार राजा मान सिंह ने राज्य में अंधे लोगों को भीख देने का फैसला किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई अंधा व्यक्ति भीख लेने से छूट न जाए।
Web Stories: कीर्ति, नेहा, सोनू, प्रिया और उनकी क्लास के बाकी साथी आज बहुत खुश थे, गर्मियों की छुट्टियों के बाद अभी स्कूल को खुले कुछ ही दिन हुए थे।
Web Stories: मई की पच्चीस तारीख, शाम के पांच बजे पिद्दी पहलवान यानी पदमश्री लाल अपने परम मित्र हलवाई पुराणमल की दुकान पर आकर बैठ गये। अभी-अभी वे धन्नूमल के अखाड़े