लोटपोट जंगल कहानी : अपनेपन की छाँव
Jungle Story- (लोटपोट जंगल कहानी) अपनेपन की छाँव : उस जंगल में प्रति रविवार को एक स्पेशल बाजार लगा करता था जिसमें दास की तरह कई नौकर चाकर बिकने आया करते थे।
Jungle Story- (लोटपोट जंगल कहानी) अपनेपन की छाँव : उस जंगल में प्रति रविवार को एक स्पेशल बाजार लगा करता था जिसमें दास की तरह कई नौकर चाकर बिकने आया करते थे।
जंगल कहानी (Jungle Story) गोरे काले का भेदभाव: - एक मकान में एक नीम का पेड़ था। जिस पर एक कौआ रहता था। वह बड़ा दयालु प्रवृति का था। उसी मकान में ही एक कबूतर ने घोंसला बना रखा था। दोनों में कोई मित्रता नहीं थी। कौए ने कई बार कबूतर से दोस्ती करने का प्रयत्न किया।
जंगल कहानी (Jungle Story) : किसी जंगल में एक शेर तथा एक रीछ रहते थे। उन दोनों में गहरी मित्रता थी। वह साथ उठते साथ बैठते, हंसते, साथ सोते, यहां तक कि वह दोनों एक ही गुफा में एक साथ रहते थे। दोनों में बहुत प्रेम था जंगल के सारे जानवर उनकी मित्रता को देख कर जलते थे।
यह कहना बहुत मुश्किल था कि नीति की दोहरी दृष्टि थी। उसकी एक पल के लिए दोहरी दृष्टि होती थी और दूसरे ही पल ठीक हो जाती थी। एक दिन अचानक सड़क पर काफी भीड़ हो गई।
चेयरमैन के बारे में यह मशहूर था कि वे एक बहुत साधारण परिवार से थे और सभी विद्यार्थी उनकी कहानी सुनने को उत्सुक थे। रंगारंग समारोह के बाद पढ़ाई, कला और खेल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को इनाम बाँटा गया।
लोटपोट की अनोखी होली: होली का दिन था। अमन सुबह-सुबह अपनी साइकिल पर एक गली से गुजर रहा था। तभी किसी ने ऊपर से उस पर पानी फेंक दिया। अमन एकदम घबरा गया। उसने ऊपर देखा तो शरारती जग्गी खुशी से चिल्ला रहा था, “होली है“।
लोटपोट की बाल कहानी : होली वाला रोबोट- अक्षत, संकल्प, क्षितिज, आभा, स्वाति, विदित, नम्रता, प्रांजल - सबके सब सोचने की मुद्रा में कुछ गहरा ही चिंतन कर रहे हैं। चिंता का विषय है - छुट्टियाँ! छुट्टियों में किया क्या जाए! चारों ओर इतनी बड़ी-बड़ी इमारतें बन गई हैं कि खेलने का मैदान ही नहीं बचा है।
शिक्षाप्रद कहानी (Inspirational Child Story) :मन की शक्ति सबसे बलवान - एक राजा के अस्तबल में बहुत सारे घोड़े थे। सभी युद्ध में निपुण और ताकतवर थे, लेकिन उनमें से एक घोड़ा ऐसा भी था जो सब घोड़ों से ज्यादा होशियार, शक्तिशाली और युद्ध कौशल में माहिर था। वो हर युद्ध में राजा को जीत दिलाता था। इसलिए राजा का प्यारा था।
शिक्षाप्रद कहानी (Inspirational Child Story) : बुरे सोच का बुरा नतीजा - एक गाँव में दो दोस्त रहते थे। एक दोस्त सब्जी बेचने का काम करता था और दूसरा मिट्टी के बर्तन बनाने वाला कुम्हार था। सब्जी वाला बहुत नेक और अच्छे मन का व्यक्ति था जबकि कुम्हार का मन और स्वभाव ठीक नहीं था।