बाल कहानी : ठग व्यापारी का चाँदी का कुआँ
बाल कहानी : ठग व्यापारी का चाँदी का कुआँ :- बहुत दिन हुए, एक ठग व्यापारी का वेश बनाकर किसी गाँव में पहुँचा। उसने दिन भर इधर-उधर घूमकर समय बिताया। रात होने पर वह एक किसान के घर पहुंचा। वहाँ उसने अपने को राहगीर बता कर रात गुजारने के लिए जगह माँगी।