सो जा मुन्ना रात हुई अब, अब सपने भी आयेंगे
सो जा मुन्ना रात हुई अब, अब सपने भी आयेंगे- यह प्यारी सी लोरीनुमा कविता बच्चों के मासूम बचपन और उनकी मीठी नींद के लिए लिखी गई है। जब रात का अँधेरा चारों ओर छा जाता है और चाँद-तारे आसमान में खिल उठते हैं
सो जा मुन्ना रात हुई अब, अब सपने भी आयेंगे- यह प्यारी सी लोरीनुमा कविता बच्चों के मासूम बचपन और उनकी मीठी नींद के लिए लिखी गई है। जब रात का अँधेरा चारों ओर छा जाता है और चाँद-तारे आसमान में खिल उठते हैं
कविता “गुड़िया की आंखों में सपने” एक मासूम बचपन की भावनाओं और उसके अंतर्मन में बसे छोटे-बड़े सपनों को उजागर करती है। यह कविता नन्ही गुड़िया यानी एक छोटी बच्ची की कल्पनाओं, इच्छाओं और सपनों की उस दुनिया में ले जाती है
"पढ़ते जाओ, पढ़ते जाओ, पढ़ते जाओ, सबसे आगे बढ़ते जाओ" - यह पंक्ति एक ऐसी प्रेरणादायक कविता की शुरुआत है जो बच्चों के दिलों को छूती है और उन्हें शिक्षा के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है।
यह कविता “चूहे राजा की सैर” बच्चों के लिए एक मजेदार और शिक्षाप्रद रचना है। इसमें चूहे राजा की सैर के दौरान अलग-अलग जानवरों के साथ उनके मस्तीभरे और प्यारे संवाद दिखाए गए हैं। यह कविता दोस्ती
Hindi Poem : चिड़िया का संसार:- यह कविता एक नन्ही चिड़िया के माध्यम से संसार को समझने और अनुभव करने की यात्रा को दर्शाती है। शुरुआत में उसका संसार सीमित होता है, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ी होती है,
"आकाश की सैर" एक बच्चों के लिए लिखी गई तुकबंदी कविता है, जिसमें आकाश की सुंदरता को दर्शाया गया है। सूरज, चाँद, तारे, बादल, पंछी, और इंद्रधनुष के माध्यम से आकाश के रंग-बिरंगे रूप को दिखाया गया है।
कविता में एक छोटे बच्चे के नजरिए से माँ के प्यार और देखभाल को बहुत ही प्यारे अंदाज में बताया गया है। बच्चा याद करता है कि जब वह छोटा था, माँ उसे गोद में सुलाती, दूध पिलाती और मक्खन-मिश्री खिलाती थीं।
बाल कविता : कलैण्डर की तस्वीरें- कविता का मुख्य विषय एक वर्ष के बारह महीनों को कलैण्डर की तस्वीरों के माध्यम से चित्रित करना है। प्रत्येक महीने की तस्वीर प्रकृति, मौसम, और दैनिक जीवन की घटनाओं से जुड़ी है,