Fun Story: चाॅकलेट चोर
‘‘भैया आपने मेरी चाॅकलेट ली?’’ अपने बैग की जेब को खाली पाकर किरन ने बगल में बैठे वरूण से पूछा। वरूण उस समय सवाल लगाने में व्यस्त था। उसने किरन की आवाज को अनसुना कर दिया।
‘‘भैया आपने मेरी चाॅकलेट ली?’’ अपने बैग की जेब को खाली पाकर किरन ने बगल में बैठे वरूण से पूछा। वरूण उस समय सवाल लगाने में व्यस्त था। उसने किरन की आवाज को अनसुना कर दिया।
किसी समय अबू दानिश नाम का एक फकीर था, वह बड़ा मस्तमौला था। दिन भर इधर उधर घूमता रहता और अल्लाह का नाम लेता। जो मिल जाता, खा लेता। रात होने पर मस्जिद के एक कोने में पड़कर सो जाता।
वगडावर नामक गांव में एक लड़की रहती थी जिसका नाम था ननकी। इस गांव के पास से पोसी नदी बहती है। ननकी को इस नदी से बड़ा लगाव था। जब वह स्कूल जाती तो नदी के किनारे-किनारे चलती हुई नदी की कलकल बहती धारा को देखती जाती।
एक बार की बात है दो व्यक्ति थे, जिनका नाम था मामा और फूफा। मामा और फूफा दोनों व्यापार करते थे और दोनों व्यापार में सहभागी थे। मामा ने फूफा से कहा, "फूफा क्यों ना हम कोई ऐसी वस्तु खरीद लें जो जल्दी खराब ना हो।
गर्मियों की छुट्टियां अभी शुरू ही हुई हैं और 10 वर्षीय ईशा सोच रही थी कि इस बार वह छुट्टियों में क्या करेगी। उसे देखकर सूरज मुस्कुरा रहा था, पेड़ों की पत्तियां एक दूसरे से राज़ बांट रही थी, जो एक दूसरे से बातें कर रहे थे।
दीपक रोज़ शाम को अपने घर से कुछ दूर एक मैदान में फुटबाल खेलने जाता था। उस दिन उसकी बुआ का लड़का पिंकू भी आया हुआ था। वह भी दीपक के साथ जाने की ज़िद करने लगा तो दीपक उसे भी अपने साथ ले गया।
बहुत समय पहले की बात है, बहुत दूर एक बहुत सुंदर लड़की रहती थी जो बहुत नाजुक और प्यारी थी। उसके माता पिता ने उसे बढ़े प्यार से बड़ा किया था। जब वह नदी के किनारे बैठती थी, तो सभी चिढ़ियां और पक्षी उसके आसपास घूमते रहते थे।