आसमान से गिरे, मुसीबत में फंसे
मुंबई शहर की चहल-पहल भरी गलियों में, रोहन नाम का एक नटखट लड़का रहता था। वह हमेशा अपने दोस्तों के साथ नई शरारतें करने के लिए मशहूर था। लेकिन इस बार उसकी शरारत कुछ ज्यादा ही बड़ी थी।
शुरुआत की गड़बड़ी
एक दिन, रोहन के दोस्तों ने उसे चैलेंज दिया कि वह शहर की सबसे प्रसिद्ध बेकरी से पेस्ट्री चुराकर दिखाए।
"देखते हैं, तुम्हारे पास हिम्मत है या नहीं," उसके दोस्त अमित ने हंसते हुए कहा।
रोहन को यह चुनौती मजेदार लगी। उसने तुरंत हां कर दी।
पहला झटका
रोहन ने बेकरी में घुसकर चुपके से काउंटर पर रखी पेस्ट्री उठा ली। लेकिन जैसे ही वह भागने की कोशिश कर रहा था, बेकरी के मालिक ने उसे देख लिया।
"अरे! रुक जाओ!" बेकरी के मालिक ने चिल्लाते हुए उसका पीछा करना शुरू कर दिया।
मुसीबतों की सीढ़ी
रोहन बेकरी से भागते हुए एक गली में घुस गया। वहां एक कुत्ता उसकी तरफ भौंकते हुए दौड़ पड़ा। कुत्ते से बचने के लिए रोहन ने पास की एक ऊंची दीवार पर चढ़ने की कोशिश की। लेकिन दीवार पर चढ़ते समय उसका पैर फिसल गया और वह सीधे गंदे पानी के एक नाले में गिर गया।
आसमान से गिरे, मुसीबत में फंसे
नाले में गिरते ही उसकी हालत पतली हो गई। आसपास खड़े लोग हंस रहे थे।
"क्यों भाई, क्या किया जो यहां तक आना पड़ा?" किसी ने चुटकी ली।
बचाव की कोशिश
उधर, बेकरी का मालिक भी वहां आ गया। उसने रोहन को देखा और कहा,
"तुम्हें सजा तो जरूर मिलेगी। लेकिन पहले बाहर आओ।"
रोहन को समझ आ गया था कि अब बहाने बनाने से काम नहीं चलेगा। उसने अपनी गलती मान ली और माफी मांगते हुए कहा,
"मुझे माफ कर दीजिए, अंकल। यह मेरी पहली गलती है।"
सीख और सुधार
बेकरी के मालिक ने रोहन को नाले से बाहर निकाला और उसे सिखाने के लिए अपनी बेकरी में काम पर रख लिया।
"अगर मेहनत से पेस्ट्री बनाओगे, तो वह तुम्हें और ज्यादा स्वादिष्ट लगेगी," मालिक ने कहा।
कहानी की सीख
इस घटना ने रोहन को सिखाया कि शरारतों से केवल मुसीबत मिलती है। मेहनत और ईमानदारी से जो चीजें मिलती हैं, उनका आनंद अलग ही होता है। अब रोहन शरारतों से दूर रहकर अपनी चतुराई सही कामों में लगाता है।
कहानी का संदेश: "किसी आसान रास्ते को चुनने से पहले सोचें, क्योंकि शॉर्टकट हमेशा सही मंजिल तक नहीं पहुंचाते।"
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