Fun Story: काम का अहसास
एक मनुष्य ने दो जानवर रखे हुए थे एक कुत्ता और एक सुअर। उस मनुष्य ने कुत्ते और सुअर को बोला कि वह दोनों उसके काम में उसकी मदद करेंगे। लेकिन मनुष्य को बहुत दुख हुआ। कुत्ता और सुअर सिर्फ खाते ही रहते थे।
एक मनुष्य ने दो जानवर रखे हुए थे एक कुत्ता और एक सुअर। उस मनुष्य ने कुत्ते और सुअर को बोला कि वह दोनों उसके काम में उसकी मदद करेंगे। लेकिन मनुष्य को बहुत दुख हुआ। कुत्ता और सुअर सिर्फ खाते ही रहते थे।
हीरालाल महज दस वर्ष का था जब उसके माता पिता का देहांत हो गया था। एक दिन उसके माता पिता खेतों में काम कर रहे थे तो बिजली की चपेट में आ गए थे। वह एक ज़मींदार के लिए काम करते थे।
एक समय की बात है दियत्स नाम की नगरी एक नदी किनारे बसी हुई थी। वहां का राजा बहुत ही मूर्ख और सनकी था। एक दिन राजा अपने मंत्री के साथ संध्या के समय नदी के किनारे टहल रहा था। तभी उसने मंत्री से पूछा।
किसी गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। ब्राह्मण गरीब होते हुए भी सच्चा और इमानदार था। परमात्मा में आस्था रखने वाला था। वह रोज़ सवेरे उठ कर गंगा में नहाने जाया करता था। नहा धो कर पूजा पाठ किया करता था।
एक बार महाराज कृष्णदेव पड़ोस के राज्य पर जीत हासिल करके विजयनगर लौटे, अपनी इस जीत को यादगार बनाने के लिए महाराज कृष्णदेव के मन में विचार आया कि क्यों न नगर में विजय स्तंभ बनवाया जाए।
एक खूबसूरत गांव था, चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ। पहाड़ी के पीछे एक शेर रहता था। जब भी वह ऊंचाई पर चढ़कर गरजता था तो गांव वाले डर के मारे कांपने लगते थे। कड़ाके की ठंड का समय था।
बंटी आज जब स्कूल से आया तो फिर उसने घर पर ताला देखा। घर की सीढ़ियों पर वह अपना बैग रख कर बैठ गया। उसे भूख लगी थी और वह थका हुआ भी था। वह सोचने लगा, काश मेरी माँ भी राजू की माँ की तरह ही घर पर ही होती।