Papita Ram E-Comics: पपीता राम और ऑर्डर का खाना
एक दिन की बात है पपीता राम दोपहर का खाना खा कर घर में आराम कर रहे थे तभी उनको फिर से भूख लग आई। पपीता राम ने मम्मी से खाने के लिए बोला तो मम्मी ने डांट कर बोला की जाकर बाहर से खा आओ।
एक दिन की बात है पपीता राम दोपहर का खाना खा कर घर में आराम कर रहे थे तभी उनको फिर से भूख लग आई। पपीता राम ने मम्मी से खाने के लिए बोला तो मम्मी ने डांट कर बोला की जाकर बाहर से खा आओ।
गर्मी का मौसम चल रहा था। मोटू और पतलू दोनों की हालत गर्मी में बहुत बुरी हो गयी थी। वे दोनों बाहर निकल कर जोर जोर से चिल्ला रहे थे की भगवान बारिश करवा दीजिये, अगर बारिश नहीं हुई तो हम मर जाएंगे।
एक दिन मोटू और पतलू बाजार से लौट रहे थे, रास्ते में उन लोगों ने केले खरीद लिए और उन्हें खाते खाते घर की तरफ जा रहे थे। मोटू केला खा कर छिलका रोड पर ही फेंक दे रहा था, पतलू भी कुछ ऐसा ही कर रह था।
ठण्ड का मौसम था सर्दी की छुट्टियां चल रहीं थीं। नीटू अपने दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बनाता है और सब मिलकर रोहतांग पास जाने का प्लान करते हैं। सभी रोहतांग पास पहुँच जाते हैं।
होली बीत चुकी थी, मौसम गर्म होने लगा था। एक दिन मोटू पतलू दिन में बाजार गए वहां से लौटते समय दोनों पसीने से भीग गए और गर्मी से बहुत ज्यादा परेशान हो गए। गर्मी से परेशान होकर मोटू ने बोला की अभी से इतनी गर्मी हो रही है।
सर्दी का समय चल रहा था मोटू बाजार से घर लौट रहा था और अपने आप से बातें कर रहा था की सर्दी तो बहुत ज्यादा पड़ रही है, ऊपर से गर्म कपड़ों के दाम तो आसमान छु रहे हैं। मोटू यही सब सोचता हुआ घर पहुंचा तो पतलू ने उससे पुछा।
नीटू अपने गार्डन में बैठा हुआ था तभी टीटा वहां आता है और नीटू से बोलता है की भाई नीटू मेरा फेवरेट शीशा गायब हो गया है। नीटू टीटा की बात सुनकर हँसता है और बोलता है की भाई एक छोटे से शीशे के लिए क्यों ही परेशान हो रहे हो।