स्वामी विवेकानंद का शिष्टाचार का पाठ - एक रेल यात्रा की कहानी
Web Stories: एक बार स्वामी विवेकानंद रेल में सफर कर रहे थे। उनके सामने वाली सीट पर एक अंग्रेज महिला अपने छोटे और प्यारे बच्चे के साथ बैठी थी। यात्रा के दौरान एक स्टेशन
Web Stories: एक बार स्वामी विवेकानंद रेल में सफर कर रहे थे। उनके सामने वाली सीट पर एक अंग्रेज महिला अपने छोटे और प्यारे बच्चे के साथ बैठी थी। यात्रा के दौरान एक स्टेशन
Web Stories: एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में प्रिंस नाम का लड़का रहता था। प्रिंस बहुत शरारती और चंचल था। उसकी हरकतें इतनी मजेदार होती थीं कि गांव के सभी
Web Stories: बहुत पुरानी बात है। गाजीपुर रियासत में अहमद नाम का एक व्यक्ति रहता था। अहमद बेहद सच्चा और ईमानदार था। इसलिए पूरे गाजीपुर में सभी उसकी इज्जत करते थे। एक बार
Web Stories: यह एकदम सच्ची और प्रेरक घटना है, हालांकि घटना थोड़ी पुरानी है, यानि अंग्रेजी राज्य के समय की जब हमारा देश गुलाम था। गोरे किसानों पर बहुत अत्याचार करते थे,
लकड़ी का कटोरा- एक बूढ़ा कमज़ोर आदमी अपने बेटे, बहू और चार साल के पोते के साथ रहता था। उस बूढ़े आदमी की बीमारी और बुढ़ापे के कारण हाथ कांपते थे। उनकी नज़र भी कमज़ोर हो चुकी थी और वह लड़खड़ाकर चलते थे।
Web Stories: मस्तीपुर के राजा वीरेंद्र सिंह बड़े ही जिज्ञासु और दयालु स्वभाव के थे। हर सुबह वे अपने महल से अकेले सैर पर निकलते, ताकि अपने प्रजा की सुख-दुख की खबर ले सकें।
Web Stories: महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव में, जहाँ हवा में किताबों की स्याही और बच्चों की हँसी की खुशबू बिखरी रहती थी, एक पुराना स्कूल था। इस स्कूल में education