हिंदी प्रेरक कहानी: अत्याचार का प्रतीक
Web Stories: करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत
Web Stories: करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत
Web Stories: बहादुर सिंह गाँव के संपन्न किसानों में से एक थे। भरा पूरा घर था, किसी चीज़ की कमी ना थी। कमी थी तो बस एक चीज की, भगवान ने जितना दिया उससे कभी खुश नहीं रहते
Web Stories: किसी गांव में राम नाम का एक नवयुवक रहता था। वह बहुत मेहनती था, पर हमेशा अपने मन में एक शंका लिए रहता कि वो अपने कार्यक्षेत्र में सफल होगा या नहीं। कभी-कभी
Web Stories: एक बार चैतन्य महाप्रभु और रघुनाथ पण्डित नौका विहार कर रहे थे। बातचीत के दौरान महाप्रभु ने कहा, मैंने न्याय शास्त्र पर एक ग्रंथ की रचना की है। मेरी इच्छा है
Web Stories: आधी छुट्टी की घंटी बजी तो बच्चे अपना अपना बस्ता उठा कर पार्क की ओर भागे। कुछ स्कूल कैन्टीन में चले गए। इन बच्चोें में एक बच्चा ऐसा भी था, जो सबसे अलग जा रहा
Web Stories: करीब 550 वर्ष पहले की बात है, यूरोप में उन दिनों कई छोटे-छोटे राज्य थे। प्रत्येक राज्य एक दुसरे का दुश्मन था। अक्सर उनमें युद्ध होता रहता था। सिलो और मेडोन
"गुलाबी की अहंकार भरी सीख" कहानी में रेगिस्तान में एक गुलाब का पौधा, गुलाबी, अपनी खूबसूरती पर घमंड करता है और पास के कैक्टस, काँटा, का मज़ाक उड़ाता है। लेकिन जब रेगिस्तान में गर्मी पड़ती