Moral Story: समझ समझ का फेर
एक किसान के दो बेटे थे रमन और हरीश। रमन बड़ा था और हरीश छोटा था। किसान दिन रात मेहनत करता था। वह चाहता था कि किसी तरह उसके दोेनों लड़के पढ़ लिख जाएं। लेकिन रमन को पढ़ाई लिखाई से जितना लगाव था।
एक किसान के दो बेटे थे रमन और हरीश। रमन बड़ा था और हरीश छोटा था। किसान दिन रात मेहनत करता था। वह चाहता था कि किसी तरह उसके दोेनों लड़के पढ़ लिख जाएं। लेकिन रमन को पढ़ाई लिखाई से जितना लगाव था।
जंगल का राजा शेर बड़ा नेक दिल और न्यायप्रिय था। सारे जंगल के जानवर उसकी व्यवस्था से खुश थे। न्याय के मामले में किसी के साथ पक्षपात नहीं होता था। धोखेबाजी और मक्कारी से तो राजा को बहुत ही नफरत थी।
एक शिव मन्दिर था अनेक शिव भक्त उस मन्दिर में प्रातः काल आकर भगवान शिव की पूजा अर्चना किया करते। नवल और रूचिर दो सगे भाई थे। नवल को खाने पीने का काफी शौक था वह खाता भी ज्यादा था सब उसे पेटू कहा करते।
बहुत समय पहले की बात है एक सरोवर में बहुत सारे मेंढक रहते थे। सरोवर के बीचों-बीच एक बहुत पुराना धातु का खम्भा भी लगा हुआ था जिसे उस सरोवर को बनवाने वाले राजा ने लगवाया था। खम्भा काफी ऊँचा था और उसकी सतह भी बिलकुल चिकनी थी।
एक बार एक आदमी को अपने गार्डन में टहलते हुए किसी टहनी से लटकता हुआ एक तितली का कोकून दिखाई पड़ा। अब हर रोज वो आदमी उसे देखने लगा, और एक दिन उसने नोटिस किया कि उस कोकून में एक छोटा सा छेद बन गया है।
एक बार एक आदमी ज्योतिषी के पास गया। वह देखना चाहता था कि ज्योतिषी उसके भविष्य के बारे में क्या कहेगा। ज्योतिषी ने अपने जादुई गेंद में देखकर आदमी की तरफ देखा। उस ज्योतिष के चेहरे के हावभाव सब कुछ बयां कर रहे थे।
एक मनुष्य ने दो जानवर रखे हुए थे एक कुत्ता और एक सुअर। उस मनुष्य ने कुत्ते और सुअर को बोला कि वह दोनों उसके काम में उसकी मदद करेंगे। लेकिन मनुष्य को बहुत दुख हुआ। कुत्ता और सुअर सिर्फ खाते ही रहते थे।