भारत के वन पुरुष जादव मोलाई पायेंग
भारत के वन पुरुष, जादव "मोलाई" पायेंग का जन्म 31 अक्टूबर 1959 को असम के जोरहाट में एक स्वदेशी मिशिंग जनजाति में हुआ था। जादव पायेंग, माजुली के एक पर्यावरण कार्यकर्ता और वानिकी कार्यकर्ता हैं।
भारत के वन पुरुष, जादव "मोलाई" पायेंग का जन्म 31 अक्टूबर 1959 को असम के जोरहाट में एक स्वदेशी मिशिंग जनजाति में हुआ था। जादव पायेंग, माजुली के एक पर्यावरण कार्यकर्ता और वानिकी कार्यकर्ता हैं।
बीरनचक राज्य में बहुत जोरों की बारिश हो रही थी। पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी। चारों ओर पानी ही पानी भर गया। सातवें दिन बारिश बंद तो हो गई, मगर तब तक वहां बाढ़ आ गई।
दोस्तों यूं तो इस घटना को बीते अनेक साल हो चुके हैं लेकिन हर साल इम्तिहान का मौसम आते ही यह घटना याद आ जाती है और मन लोटपोट हो जाता है। उस स्कूल में जब हमने दाखिल लिया और पहले दिन क्लास में पहुंचे।
चुटकुले सुनने के ढेर सारे फायदे हैं। इससे आप में खुशी की लहर दौड़ती है और उस दौरान आप टेंशन फ्री रहते हो। चुटकुले पढ़ने से भी हमको अनेक बेनिफिट्स होते हैं इससे दिमाग के सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होती है।
ओलंपिक खेलों की शुरुआत 3,000 साल पहले प्राचीन ग्रीस में हुई थी। 19वीं सदी के अंत में यह पुनर्जीवित हुआ और दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता बन गया। (Interesting Facts | Web stories)