Moral Story: प्रदीप सुधर गया
Web Stories: प्रदीप की मां ने रामू को बाजार से सामान लाने के लिये रूपये और थैला पकड़ा दिया। रामू 15-16 वर्षीय किशोर था और बचपन से ही घर में काम करता था। रामू जब बाजार
Web Stories: प्रदीप की मां ने रामू को बाजार से सामान लाने के लिये रूपये और थैला पकड़ा दिया। रामू 15-16 वर्षीय किशोर था और बचपन से ही घर में काम करता था। रामू जब बाजार
Web Stories: श्यामपुर के वैद्य जगन्नाथ जी एक माने हुए वैद्य थे। स्वयं की बनाई दवाईयों से वह लोगों की शारीरिक समस्याओं को बिल्कुल दूर कर देते थे और गए से गए रोगियों के रोग
Web Stories: एक समय की बात है, एक द्वीप था जहां पर सारी भावनाएं- खुशी, गम, ज्ञान और प्यार एक साथ रहते थे। एक दिन इन सभी भावनाओं को बताया गया कि वह द्वीप डूबने वाला है
Web Stories: राम रतन में सोच समझ कर काम करने की बुद्धि का अभाव था। वह उतावलेपन कुछ में कुछ भी कर बैठता था। तथा फिर पछताता था। उसके मित्रों ने व उसके माता-पिता ने उसे कई
Web Stories: एक महर्षि थे। उनकी काफी ख्याति थी। कृष्णा नदी के किनारे उनका आश्रम था, जहां कई शिष्य रहकर विद्याध्ययन करते थे। एक दिन महर्षि ने अपने एक शिष्य से कहा, निकट
Web Stories: कितनी बार कहा है कि केले खाकर छिलके सड़क पर न फेंका कर पर तू है कि एक कान से सुनी और दूसरी कान से निकाल दी। मां ने नीटू को डांटते हुए कहा। अव्वल दर्जे का
आज की कहानी एक ऐसी छोटी सी लड़की मीरा की है, जो हर दिन खुद को दूसरों से कम समझती थी। उसे लगता था कि वह सुंदर नहीं है। लेकिन फिर एक दिन उसकी सोच बदल गई — और उसी दिन से उसकी दुनिया भी।