Stories Moral Story: संदीप की सूझ बूझ संदीप सक्सेना आठवीं कक्षा में पढ़ता था। स्कूल में उसके दोस्तों की संख्या काफी कम थी। उसका सबसे अच्छा दोस्त जितेन्द्र था। एक दिन जितेन्द्र स्कूल नहीं आया। कक्षा में बैठे संदीप का मन भी पढ़ाई में नहीं लग रहा था। By Lotpot 08 Mar 2024
Stories Moral Story: विद्वेष की भावना उन दिनों बनारस नगरी में शीतल नाम के एक ज्ञानी जी रहते थे, वे शांत प्रकृति एवं नेक दिल इंसान थे। उनकी धैर्य शीलता और दयालुता के कारण कई लोग उन्हें त्याग एवं तपस्या का साक्षात देवता कहकर पुकारते थे। By Lotpot 07 Mar 2024
Stories Moral Story: कठिन परीक्षा का फल पेड़ की सबसे ऊँची डाली पर लटक रहा नारियल रोज नीचे नदी मेँ पड़े पत्थर पर हंसता और कहता, "तुम्हारी तकदीर मेँ भी बस एक जगह पड़े रहकर, नदी की धाराओँ के प्रवाह को सहन करना ही लिखा है। By Lotpot 06 Mar 2024
Stories Moral Story: किसी का दोष न देखो भगवान बुद्ध के एक शिष्य ने एक दिन भगवान तथागत् के चरणों में प्रणाम किया और वह हाथ जोड़कर खड़ा हो गया। भगवान ने उससे पूछा- “तुम क्या चाहते हो?” शिष्य बोला- ''भगवन्! यदि आज्ञा दें, तो मैं देशाटन करना चाहता हूँ।'' By Lotpot 05 Mar 2024
Stories Moral Story: पिंकी का नया वर्ष नया वर्ष आने में कुछ घंटे शेष थे। टी.वी. पर विभिन्न कार्यक्रम देख चुकने पर पिंकी पलंग पर जा लेटी पर आज रात उसे नींद नहीं आ रही थी। परिवार के और सदस्य धीरे-धीरे सोने लगे थे। बाहर पटाखों का धूम-धड़ाका अभी-अभी शांत हुआ था। By Lotpot 04 Mar 2024
Stories Moral Story: आलस्य करने का फल बहुत समय पहले की बात है। बगदाद में एक चरवाहा रहता था। उसका नाम अबू था। उसके पास कई भेड़ बकरियां थीं, जिन्हें वह रोज़ाना पास की पहाड़ियों पर चराने ले जाता था। वैसे तो अबू एक अच्छा इंसान था। By Lotpot 02 Mar 2024
Stories Moral Story: बेईमान डॉक्टर एक बार एक औरत की आंखों की रोशनी चली जाती है और वह अंधी हो जाती है। वह एक डॉक्टर को बुलाती है और उससे कहती है कि अगर वह उसे ठीक कर देगा तो वह उसे बहुत बड़ी फीस देगी। By Lotpot 01 Mar 2024
Stories Moral Story: नरमदिल राजकुमार एक समय की बात है एक राजा था। उसकी एक बेटी थी जिसका नाम था मीरा। मीरा की छोटी उम्र में ही उसकी माँ की मौत हो गई थी। जिसके कारण उसके पिता को ही उसका पालन-पोषण करना पड़ा। By Lotpot 29 Feb 2024
Stories Moral Story: बड़ा उपहार छोटा उपहार आठवीं कक्षा के छात्रों की बैठक जमी हुई थी कक्षा के मॉनीटर नरेन्द्र सहित अरविंद, बंटू सभी इस बात का फैसला नहीं कर पा रहे थे कि अपने प्रिय अध्यापक पंडित रामदीन शास्त्री जी को उनके रिटायरमेंट ग्रहण के अवसर पर। By Lotpot 28 Feb 2024