Motivational Story : एकता में है बल
एक बार कबूतरों का एक झुंड भोजन की तलाश में उड़ान भरता है। कई दिनों की खोज के बाद उन्होंने एक बरगद के पेड़ के नीचे चावल के दाने बिखरे देखे। बिना समय गंवाए, सभी कबूतर खाने में जुट गए।
एक बार कबूतरों का एक झुंड भोजन की तलाश में उड़ान भरता है। कई दिनों की खोज के बाद उन्होंने एक बरगद के पेड़ के नीचे चावल के दाने बिखरे देखे। बिना समय गंवाए, सभी कबूतर खाने में जुट गए।
दक्षिण अफ्रीका के इतिहास में एक ऐसा व्यक्तित्व जन्मा, जिसने पूरे विश्व को इच्छाशक्ति, संघर्ष और एकता का सच्चा अर्थ सिखाया। उनका नाम था नेल्सन मंडेला। मंडेला का जीवन प्रेरणादायक है
कहानी बंगाल के वीरभूमि जिले की है, जहाँ 5,000 साल पहले एक पहाड़ी इलाके में रामदेव नाम का एक युवक रहता था। गाँव उपजाऊ नहीं था, इसलिए जीवन यापन करना कठिन था।
बिहार के एक युवा, गर्वित ज़मींदार थे जिनकी उम्र उन्नीस साल हो चुकी थी, लेकिन उन्होंने अभी तक पढ़ाई-लिखाई का महत्त्व नहीं समझा था। उन्हें लगता था कि धन-संपत्ति के बल पर जीवन आसान हो जाएगा और शिक्षा की उन्हें कोई ज़रूरत नहीं है।
एक समय की बात है एक चालाक राजा था जिसका दिल और दिमाग दुनिया के बाकी देशों को हासिल करने, लोगों को डराने में लगा रहता था। उसने दूसरे देशों को आग और तलवार से नष्ट किया था और उसके सैनिकों ने खेतों में जाकर किसानों की झोपड़ियों को आग लगा दिया था।
Motivational : शहर के पास वाली बस्ती में एक छोटा सा गरीब नेत्रहीन लड़का रहता था। वो रोज़ सुबह मुख्य सड़क के किनारे एक तख्ती लेकर बैठ जाता था। तख्ती पर लिखा था, "मेरी मदद कीजिये, मैं एक गरीब अंधा लड़का हूँ।" दिन भर वो लड़का वहीं बैठा रहता लेकिन लोग उसपर ध्यान नहीं देते थे। कभी कभार कोई एक दो रुपये उसके कटोरे में डाल देता था। शाम को वो थक हार कर अपनी झोपड़ी में लौट जाता था। ऐसा वो रोज़ करता था। एक दिन वो सड़क के किनारे हमेशा की तरह बैठा था कि तभी वहाँ से एक व्यक्ति गुज़रा। उसकी नज़र उस गरीब, नेत्रहीन बच्चे और उसकी तख्ती पर पड़ी ।